पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के बाद से राज्य में पंचायत चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है. इस बार के पंचायत चुनाव में कई नई तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा. जिस कारण पूरा चुनाव हाईटेक हो गया है.
बिहार में पहली बार ईवीएम के माध्यम से पंचायत चुनाव कराया जाएगा. लोकसभा और विधानसभा के तर्ज पर इस बार पंचायत चुनाव में भी कंट्रोल रूम की स्थापना की जाएगी. कंट्रोल रूम की ओर से जारी नंबर पर कोई भी आम आदमी अपनी शिकायत या सुझाव दर्ज करवा सकेगा.
राज्य चुनाव के लिए आईटी सेल का गठन
इसके अलावा पंचायत चुनाव की तैयारियों के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने आईटी सेल का गठन कर लिया है. यह आईटी सेल भी पहली बार पंचायत चुनाव के लिए गठित हुआ है.
"राज्य के सभी जिलों में आईटी सेल का गठन किया गया है. इस की मॉनिटरिंग पटना से की जा रही है. हमारा काम सॉफ्टवेयर डेवलप कर पंचायत चुनाव में होने वाले सभी कामों को आसान करना है. राज्य निर्वाचन आयोग में बनाए गए आईटी सेल को सभी जिला मुख्यालयों से जोड़ा गया है. जो भी परेशानी या शिकायत बताई जाएगी, उसका समाधान राज्य निर्वाचन आयोग में बने आईटी सेल से किया जाएगा."- अनुप सिन्हा, सॉफ्टवेयर इंजीनियर
'पूरी तरीके से आईटी सेल गठन में लगेगा वक्त'
इसके अलावा अनुप सिन्हा ने कहा कि राज्य में पूरी तरीके से आईटी सेल के गठन में कुछ और वक्त लगेंगे. वहीं, जल्द ही कॉल सेंटर की भी स्थापना कर दी जाएगी. हालांकि जिस तरह से लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान कंट्रोल रूम का गठन किया जाता है. उसी तरह से राज्य निर्वाचन आयोग इस बार चुनाव में वैसे तमाम तकनीकी का प्रयोग कर रहे हैं. इससे चुनाव करवाने में सुविधा होगी.
मतदाता सूची का भी काम पूरा
गौरतलब है कि मतदाता सूची प्रकाशन का भी काम पूरा कर लिया गया है. जल्द ही राज्य निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर इसे अपलोड कर दिया जाएगा. आयोग की वेबसाइट पर वॉर्ड वार मतदाता सूची अपलोड की जाएगी. आईटी सेल ने यह काम शुरु कर दिया गया है.