पटनाः लोकसभा चुनाव में मिली अप्रत्याशित पराजय के बाद महागठबंधन में तेजस्वी यादव को अब सहयोगी दल नेता मानने के लिए तैयार नहीं है. पहले हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बयान दिया था कि तेजस्वी यादव महागठबंधन के नेता नहीं रहे. अब कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने भी बड़ा बयान दिया है. उन्होंने भी ये कहा कि तेजस्वी यादव आरजेडी के नेता हैं, महागठबंधन के नहीं.
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस के लिए राहुल गांधी ही नेता हैं और बिहार में मदन मोहन झा. हालांकि आरजेडी ने प्रेम चंद्र मिश्रा के बयान पर प्रतिक्रिया भी दी. मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि तेजस्वी यादव को सबको नेता मानना होगा.
'हमारे नेता सिर्फ राहुल गांधी हैं'
बिहार में लोकसभा चुनाव के दौरान बने महागठबंधन में अब टकराव शुरू हो गया है. पहले जीतन राम मांझी ने बयान दिया था कि तेजस्वी यादव महागठबंधन के नेता नहीं है सिर्फ आरजेडी के नेता हैं. अब कांग्रेस के नेता भी तेजस्वी यादव को महागठबंधन के नेता मानने से इंकार कर रहे हैं. कांग्रेस के नेता का कहना है कि हमारे नेता तो सिर्फ राहुल गांधी हैं.
विधानसभा चुनाव में होगा फैसला
कांग्रेस नेता का कहना है कि महागठबंधन अभी है. विधानसभा चुनाव में क्या होगा यह पार्टी आलाकमान ही फैसला करेगा. कांग्रेस नेता प्रेमचंद मिश्रा के बयान के बाद आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रेमचंद मिश्रा के बयान के कोई मायने नहीं है, राहुल गांधी जब तक कुछ नहीं बोलते. आरजेडी बड़ी पार्टी है और तेजस्वी यादव को ही सबको नेता मानना पड़ेगा.
आसान नहीं है राह
महागठबंधन में राजद के बाद कांग्रेस बड़ा दल है. लेकिन अब कांग्रेस के नेता भी तेजस्वी यादव को नेता मानने से इंकार कर रहे हैं. ऐसे में महागठबंधन में आने वाले समय में तकरार शुरू होना तय माना जा रहा है. वैसे तो विधानसभा चुनाव में अभी समय है. लेकिन कांग्रेस नेताओं और हम के जीतन राम मांझी के रवैए से साफ लग रहा है कि तेजस्वी यादव के लिए अब महागठबंधन का नेता बने रहना आसान नहीं होगा.