पटना : अगर सब कुछ सही रहा तो बहुत जल्द राज्य के शिक्षण संस्थानों में प्रार्थना की तरह संविधान की प्रस्तावना का पाठ होगा. दरअसल वरिष्ठ आरजेडी नेता और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने इस संदर्भ में सीएम नीतीश कुमार को एक पत्र लिखा था. जिसपर सीएम नीतीश कुमार ने सकारात्मक संकेत दिए हैं. इस बात की जानकारी खुद शिवानंद तिवारी ने शनिवार को एक बयान जारी करते हुए कहीं.
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जल्द स्कूलों में होगा संविधान की प्रस्तावना का पाठ : शिवानंद तिवारी ने कहा कि 'हिंदू समाजिक व्यवस्था' नागरिकों के बीच जन्म के आधार पर भेद करती है. इसके विपरीत भारतीय संविधान देश के प्रत्येक नागरिक को समानता का अधिकार देता है. लेकिन, खेद का विषय है कि लोग इस तथ्य से अनभिज्ञ हैं. आज़ादी के बाद से ही संविधान की इस महत्ता से देश के आम नागरिकों को परिचित कराये जाने की व्यवस्था की जानी चाहिए थी.
शिवानंद के सुझाव पर सीएम नीतीश ने दिया निर्देश : वरिष्ठ आरजेडी लीडर शिवानंद तिवारी ने कहा कि संविधान को जन-जन तक पहुंचाने का सबसे बड़ा जरिया देश के शिक्षण संस्थान ही हो सकते थे. इस पर ध्यान नहीं दिया गया. यह अपने आप में संविधान के लिए खतरा है. इसलिए बहुत विलंब से ही सही कम से कम बिहार के शिक्षण संस्थानों में प्रार्थना की तरह संविधान की प्रस्तावना का पाठ करने का नियम लागू कराने का अनुरोध मैंने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से किया था.
''पत्र के अगले ही दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से फ़ोन पर मेरी बात हुई. उन्होंने बताया कि संबंधित पदाधिकारियों को इस सुझाव पर अमल करने की कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दे दिया गया है. इस निर्णय के लिए मुख्यमंत्री को मैं धन्यवाद और साधुवाद देता हूँ.''- शिवानंद तिवारी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, आरजेडी