पटना/नई दिल्ली: कार्गो जहाज से दिल्ली से कोलकाता जाने के आरोप को प्रशांत किशोर ने नकार दिया है. बीजेपी और जदयू ने आरोप लगाया था कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर लॉकडाउन के दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलने दिल्ली से कार्गो जहाज से कोलकाता गये थे.
बता दें कि इस कोरोना महामारी के दौरान भी केंद्र और बंगाल सरकार में तनातनी चल रही है. दूसरी तरफ बीजेपी आरोप लगा रही है कि बंगाल सरकार कोरोना वायरस से लड़ने में नाकाम साबित हो रही है. ऐसे में आरोप हैं कि केंद्र सरकार को कैसे जवाब देना है, इसकी चर्चा करने के लिये ममता बनर्जी ने प्रशांत किशोर को कार्गो जहाज से दिल्ली से कोलकाता बुलाया. पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव हैं. प्रशांत किशोर ही तृणमूल कांग्रेस के लिए चुनावी रणनीति बनाएंगे. वहीं पूरे मामले पर प्रशांत किशोर ने ETV भारत को प्रतिक्रिया दी है.
केंद्र कर रहा जांच
उन्होंने कहा कि वह दिल्ली से कोलकाता कार्गो जहाज से नहीं गए, न ही उन्होंने लॉकडाउन का उल्लंघन किया है. उन्होंने इन आरोपों को निराधार बताया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने भी पूरे मामले की अपने स्तर से जांच कराई है. केंद्र सरकार को अभी तक कोई सबूत नहीं मिला है. सूत्रों के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्रालय ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय से पूरे मामले का पता लगाने के लिए कहा, जिसके बाद नागरिक उड्डयन नियामक डीजीसीए व विमान सुरक्षा एजेंसी बीसीएएस ने मामले की जांच शुरु कर दी है. दिल्ली व कोलकाता एयरपोर्ट की कई घंटों की CCTV फुटेज भी खंगाली गई है.