पटनासिटीः सिख धर्म के दसवें एवं अंतिम गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के 355वें प्रकाशपर्व (Prakash Parva in Patna) रविवार को मनाया जायेगा. प्रकाशपर्व के पूर्व संध्या पर आकर्षक रौशनी से गुरुद्वारा जगमग हो गया. कोरोना पाबंदियों के कारण गुरुपर्व के सभी कार्यक्रम सांकेतिक हो रहा है. सभी सार्वजनिक ओयोजनों को रद्द कर दिया गया है. सार्वजनिक रद्द होने से सिक्ख श्रद्धालुओं के साथ-साथ सभी धर्मों के लोगों को खल रहा है. 'जो बोले सो निहाल-सत श्री अकाल', 'बाय गुरु जी का खालसा-वाय गुरु जी की फतेह' की गूंज इसवार उस रूप में नहीं सुनाई देगी, जैसा पहले के वर्षों में सुना जाता था.
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गौरतलब है कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार की ओर से अपील पर प्रबंधन कमिटी ने गुरुपर्व को सार्वजनिक न कर सांकेतिक कर दिया है. कमिटी ने भी कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देख बाहर से आने बाले सभी श्रद्धालुओं से नहीं आने की अपील की है. जो श्रद्धालु गुरुपर्व में शामिल होने पहुंच चुके हैं, उन्हें कोविड प्रोटोकॉल के तहत गुरुपर्व में शामिल होने की अनुमति कमिटी की ओर से दी गई है.
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रविवार की रात सिख परम्परानुसार गुरुगोविंद सिंह जी महाराज का 355वां प्रकाशपर्व मनाया जायेगा. उसके पूर्व आज गायघाट से गुरुमहाराज का नगर कीर्तन पंचप्यारे की अगुआई में तख्त साहिब पहुंचे. ज्ञात हो कि हर साल पटना साहिब में प्रकाश पर्व को मनाने देश-विदेश से श्रद्धालु गुरु के पावन प्रकाशपर्व पर आते हैं. इस साल भी बढ़ी संख्या में लोग यहां आने वाले थे, लेकिन कोरोना संकट और सरकार की ओर से जारी पाबंदियों के कारण ऐसा संभव नहीं हो पाया.
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