पटना: स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि कोरोना काल में मरीजों की सेवा में लगे मेडिकल के स्नातकोत्तर छात्रों और एमबीबीएस इन्टर्न के छात्रों को एक माह के मानदेय के बराबर प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. उन्होंने कहा कि मंत्री परिषद् ने इसकी मंजूरी दे दी है. इसपर राज्य सरकार का 8.83 करोड़ का संभावित खर्च आएगा. इसका मानदेय आधार 01 अप्रैल 2020 का होगा.
कैबिनेट से लग चुकी है मुहर
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने स्नातकोत्तर छात्रों और एमबीबीएस इन्टर्न के छात्रों को प्रोत्साहन राशि दिए जाने के संबंध में प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा था. इस प्रस्ताव पर विचार करने के बाद मंत्री परिषद् ने प्रोत्साहन राशि देने के प्रस्ताव पर अपनी मंजूरी दे दी है. उन्होंने बताया कि प्रोत्साहन राशि के लिए विभिन्न चिकित्सा महाविद्यालय और अस्पताल के प्राचार्य को जिम्मेदारी दी गई है.
छात्रों का मनोबल होगा ऊंचा
प्राचार्य से कहा गया है कि कोरोना वायरस के रोकथाम और चिकित्सा में अपने कर्तव्यों का निर्वहन में स्नातकोत्तर छात्र और एमबीबीएस इन्टर्न के छात्रों की सूची बनाए. उन्होंने कहा कि ऐसे पात्रों को मानदेय मिलने से कोरोना काल में उनका मनोबल ऊंचा होगा और लगन से काम कर सकेंगे. स्वास्थ्य विभाग इस महामारी की रोकथाम में लगे योद्धाओं का पूरा खयाल रख रहा है. उन्हें समुचित सुविधाओं के अलावा सुरक्षा मुहैया कराने को लेकर स्वास्थ्य विभाग तत्पर तैयार है.