पटना: पंजाब में पराली जलाने से दिल्ली की आबोहवा में जहर घुल रही है. वहीं राजधानी पटना से सटे नगर परिषद मसौढ़ी की एक तस्वीर देखने को मिली है, जहां पर पर्यावरण को सुरक्षित और संरक्षित रखने की बजाय पूरे वातावरण में जहरीली हवा घोलने की कोशिश की जा रही है. यहां ना केवल पूरे शहर के कूड़े को डंप किया जा रहा है, बल्कि उसे जलाया भी जा रहा है. हवा में उठ रही है धुएं के कारण लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है.
पटना में कूड़ा जलने से वातावरण प्रदूषित: कूड़ा जलाने के कारण इससे निकलने वाली जहरीली गैस लोगों के फेफड़ों में जाकर असर करना शुरू कर देती है. जिससे लोगों को कई कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. देखा जाए तो वातावरण को सुरक्षित और संरक्षित करने की बजाए यहां लोगों को बीमार करने की कोशिश की जा रही है.
लोगों को हो रही परेशानी : वहीं नगर परिषद प्रशासन की एक बड़ी लापरवाही देखी जा रही है,. जहां पर कूड़ा डंपिंग कर उसे जला दिया जा रहा है. इससे निकले वाला धुंआ रास्ते से गुजर रहे और आसपास के लोगों के लिए एक परेशानी का सबब बन गया है.
हाईकोर्ट में पीआईएल दाखिल करने की तैयारी: पटना में बढ़ते प्रदूषण से लोगों को सांस लेने में दिक्कत आ रही है. साथ ही छोटे बच्चों के लिए भी ये माहौल काफी हानिकारक है. सिविल कोर्ट अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष महेंद्र सिंह अशोक ने बताया कि लगातार सड़कों पर कूड़ा फेंका जा रहा. इसको लेकर हाईकोर्ट में एक पीआईएल दाखिल करेंगे.
"लगातार सड़कों के किनारे कूड़ा को फेंका जा रहा है और उसे जला दिया जा रहा है. जिससे पूरा वातावरण प्रदूषण का शिकार हो रहा है. लोगों के फेफड़े खराब हो होने का डर सता रहा है. इसको लेकर हाईकोर्ट में एक पीआईएल दाखिल करेंगे. प्रदूषण को लेकर लोगों को जागरूक करेंगे." -महेंद्र सिंह अशोक, पूर्व अध्यक्ष सिविल कोर्ट अधिवक्ता संघ
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