पटना: बिहार में इस बार लॉकडाउन और बेमौसम बारिश ने किसानों को बहुत नुकसान पहुंचाया है. आरजेडी की ओर से सरकार पर आरोप लगाया गया है कि कृषि और किसान को लेकर सरकार के पास कोई नीति नहीं है. इस बार भी किसान ठगे गए हैं. उन्होंने कहा कि किसानों के नुकसान की भरपाई होनी चाहिए.
हालांकि सूचना और जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार का कहना है कि सरकार हरसंभव मदद कर रही है. आपदा प्रबंधन विभाग के माध्यम से जो भी क्षति हुई है उसके लिए अनुदान दिया जा रहा है.
किसानों को पर्याप्त मुआवजा देने की मांग की
बिहार के किसानों को इस बार भी मौसम की मार झेलनी पड़ रही है. लॉकडाउन ने तो पहले से मुश्किल बना रखा है. गेहूं की कटनी के समय लॉकडाउन के कारण शुरुआत में काफी परेशानी हुई. बाद में सरकार ने कृषि कार्य को लॉकडाउन से मुक्त करने की घोषणा की, लेकिन मौसम की बेरुखी ने किसानों को बहुत नुकसान पहुंचा दिया. आरजेडी की ओर से सरकार पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि सरकार के पास किसान और कृषि के लिए कोई नीति नहीं है. आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेंद्र का कहना है कि सरकार किसानों को पर्याप्त मुआवजा दे.
मदद के लिए राशि स्वीकृत- मंत्री
आरजेडी के आरोप पर सूचना और जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार का कहना है कि सरकार किसानों को हर संभव मदद कर रही है. ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश से जो नुकसान पहुंचा है. आपदा प्रबंधन विभाग के माध्यम से किसानों को अनुदान दिया जा रहा है. ऐसे फसल क्षति की समीक्षा कृषि विभाग करता है, लेकिन सरकार ने एक मापदंड बना रखा है और उसके तहत मदद के लिये राशि भी स्वीकृत की जा चुकी है.
किसान को लेकर सरकार पर निशाना
किसानों को ओलावृष्टि और बारिश से जो क्षति हुई है उसके लिये मुख्यमंत्री स्तर पर कैबिनेट की बैठक में 514 करोड़ से अधिक की राशि अनुदान देने के लिए स्वीकृत हो चुकी है. हाल में बेमौसम बारिश से किसानों को हुए नुकसान का भी मुख्यमंत्री के स्तर से आंकलन करने का निर्देश दिया गया है. बिहार में किसान पर सियासत लंबे समय से होती रही है. चुनावी साल में आरजेडी की ओर से सरकार को घेरने की कोशिश हो रही है. ऐसे कुल मिलाकर किसानों को इस बार लॉकडाउन और ओलावृष्टि ने काफी नुकसान पहुंचाया है.