पटना: केंद्रीय विद्यालय की स्थापना को लेकर राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा 5 दिनों तक अनशन पर रहे. बावजूद इसके, बिहार सरकार ने उपेंद्र कुशवाहा की मांग को नहीं माना. वहीं, महागठबंधन के तमाम बड़े नेताओं ने उपेंद्र कुशवाहा का अनशन तुड़वा तो दिया है. लेकिन बड़े आंदोलन की तैयारी में जुट गए हैं. इसको लेकर कांग्रेस और आरजेडी पूरी तरह से आश्वस्त है कि उपेंद्र कुशवाहा के आंदोलन को महागठबंधन के बड़े आंदोलन में परिवर्तित किया जाएगा.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा कहते हैं कि उपेंद्र कुशवाहा की मांग पूरी तरह जायज है. लेकिन जिस तरह से बिहार सरकार ने रवैया अपनाया है. उससे साफ जाहिर है कि वर्तमान सरकार संवेदनहीन हो चुकी है.
क्या कुशवाहा के आंदोलन से और मजबूत होगा महागठबंधन?
इस सवाल के जवाब में कांग्रेस नेता कहते हैं कि महागठबंधन शुरू से मजबूत ही है. समय-समय पर इसकी झलक भी राज्य की जनता ने देखी है. उपेंद्र कुशवाहा के स्वास्थ्य में सुधार होने के बाद एक बार फिर केंद्रीय विद्यालय के मुद्दे सहित अन्य कई मुद्दों के साथ महागठबंधन एकजुट होकर सड़क पर उतरने की तैयारी में है.
क्या बोले राजद नेता...
वहीं, कुशवाहा का साथ देते हुए राजद एमएलसी सुबोध राय कहते हैं कि महागठबंधन लगातार मजबूती की ओर बढ़ रहा है. राजद का मानना है कि बिहार की वर्तमान सरकार अहंकारी हो चुकी है. सरकार बुनियादी और मूलभूत मुद्दों को भी मानने से इनकार कर रही है. उपेंद्र कुशवाहा के साथ महागठबंधन के तमाम सहयोगी दल एकजुट हैं और बहुत जल्द राज्य में बड़ा आंदोलन होगा.