पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता विरोधी दल तेजस्वी यादव के बीच हुई मुलाकात पर सियासत तेज है. एक ओर नीतीश कुमार की इस मुलाकात पर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं तो दूसरी ओर कांग्रेस ने नीतीश कुमार की तारीफ की है. कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री अब्दुल जलील मस्तान ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार काम करने वाले नेता हैं, वे सिर्फ काम के लिए ही जाने जाते हैं.
कांग्रेस ने की सीएम की तारीफ
कांग्रेस विधायक जलील मस्तान ने कहा कि नीतीश कुमार अच्छे मुख्यमंत्री हैं. अच्छा काम कर रहे हैं. वहीं, कांग्रेस के पूर्व मंत्री अवधेश प्रसाद सिंह ने भी कहा कि नीतीश समाजवादी नेता हैं. वे पहले समाज का ही सोचेंगे. हालांकि उन्होंने तंज कसते हुए ये भी कहा कि नीतीश कुमार कब क्या करेंगे, ये कोई नहीं जानता है.
'BJP ने मौन रहकर दिया समर्थन'
उधर, आरजेडी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. आरजेडी विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहिन ने कहा कि नीतीश कुमार ने विपक्ष के दबाव में आकर समर्थन दिया है. उन्होंने ये भी कहा कि सदन में बीजेपी ने मौन रहकर समर्थन दिया.
'महागठबंधन न पाले गलतफहमी'
हालांकि, इस सब से इतर एनडीए की अलग ही राय है. बीजेपी विधायक मिथिलेश तिवारी ने कहा कि सीएम और नेता प्रतिपक्ष की मुलाकात कोई बड़ी बात नहीं. उन्होंने ये भी कहा कि एनडीए एकजुट है, तेजस्वी यादव को गलतफहमी नहीं पालनी चाहिए. वहीं, जेडीयू नेता और बिहार सरकार में मंत्री श्याम रजक ने कहा कि महागठबंधन के नेताओं को सपना नहीं देखना चाहिए. बिहार में एनडीए की एकजुटता पर कोई संदेह नहीं है.
नीतीश और तेजस्वी की मुलाकात पर सियासत
बता दें कि सारी सियासत बीते दिन विधानसभा में सीएम नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की मुलाकात पर हो रही है. दरअसल, बजट सत्र के दौरान बिहार विधानसभा में सर्वसम्मति से एनआरसी पर प्रस्ताव पास हो गया. लेकिन इस प्रस्ताव के पास होने से पहले नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव का एक साथ मिलना चर्चा का विषय बन गया.