पटना: साल 2012 के निर्भया दुष्कर्म कांड के 4 दोषियों को शुक्रवार अहले सुबह फांसी दे दी गई. निर्भया के दोषियों को फांसी मिलने के बाद पूरा देश खुशी मना रहा है. पटना के लोगों की मानें तो देर से ही सही लेकिन निर्भया को इंसाफ मिला है. लोगों ने इस कदम को स्वागत योग बताया है. लोगों ने इसे महिलाओं की जीत कहा है.
इस बीच पटना की महिलाओं ने भी सरकार से मांग की है कि 20 मार्च को निर्भया दिवस मनाया जाए. निर्भया के दोषियों को फांसी पड़ने के बाद खास लोगों में भी जश्न का माहौल है. राजनेताओं ने भी निर्भया के दोषियों को फांसी पड़ने पर कहा कि यह अच्छी बात है. इस तरह के लोगों को ऐसी ही कठोर सजा दे जानी चाहिए.
सदानंद सिंह ने जताई खुशी
कांग्रेस नेता सदानंद सिंह ने कहा कि ये अच्छी बात है. निर्भया के दोषियों का जिस तरह से फांसी की सजा का डेट बढ़ रहा था, उससे लोगों में गुस्सा भी बढ़ रहा था. लेकिन, देर आए दुरुस्त आए और उन्हें फांसी दे दी गई. यह बहुत ही खुशी की बात है. वहीं, राजद के मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि हमें ज्यादा खुशी हो रही है. हर गलत आदमी का इलाज होना चाहिए. इससे पूरा देश खुश है. अपराधियों को फांसी मिलने से देश की बहन, बेटी, मां ज्यादा खुश होंगी कि आज उन्हें इंसाफ मिला है.
निर्भया को मिला न्याय
बता दें कि 2012 के निर्भया दुष्कर्म कांड के चारों दोषियों मुकेश, विनय, पवन और अक्षय को आज अहले सुबह 5 बजकर 30 मिनट पर फांसी दे दी गई. निर्भया की मां आशा देवी ने इस दिन को निर्भया दिवस के रूप में मनाने की बात कही.