पटना: गोपालगंज में टूटे पुल पर तेजस्वी के बयान के बाद जदयू कोटे के मंत्री नीरज कुमार ने नेता प्रतिपक्ष पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि जिसका पूरा परिवार भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है, उनको गैर जिम्मेदाराना बयानबाजी करने से बचना चाहिए. फर्जी नाम से संपत्ति खरीदने वाले लोग, आरोप भी फर्जी लगा रहे हैं.
नीरज कुमार ने कहा कि पुल और अप्रोच सड़क के अंतर का पता विपक्ष को नहीं चल पा रह है. विपक्ष के नेता बेवजह गैर जिम्मेदाराना बयानाबाजी कर रहे हैं. इस मामले में सरकार ने संज्ञान लिया है. जांच के बाद उचित कदम उठाया जाएगा.
'फर्जी संपत्ति वाले लगा रहे फर्जी आरोप'
मंत्री नीरज कुमार ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि धारा 420 के अभियुक्त सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव कैदी नंबर 3351 भ्रष्टाचार मामले में सजा काट रहे हैं. उन्होंने नेता प्रतिपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि 'संपत्ति तो फर्जी नाम से खरीदते हैं, वो अब आरोप भी फर्जी लगा रहे हैं'.
सत्तर घाट पुल से संबंधित संपर्क पथ के कटाव पर सफाई देते हुए नीरज कुमार ने बताया कि सत्तर घाट पुल पूरी तरह से सुरक्षित है. विपक्ष को पुल और संपर्क पथ में अंतर का पता नहीं चल पा रहा है. नेता प्रतिपक्ष होने के बावजूद तेजस्वी यादव गैर जिम्मेदाराना बयान दे रहे हैं.
'भ्रष्टाचार की जद में पूरा परिवार'
राजद पर हमला बोलते हुए मंत्री ने कहा कि जिस परिवार का पूरा परिवार भ्रष्टाचार में डूबा हुआ हो, वे भी फर्जी आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने तेजस्वी को सलाह देते हुए कहा कि जिनका चेहरा और राजनीति दागदार हो, उनको बेवजह की बयानबाजी से बचना चाहिए.
क्या है मामला?
दरअसल, गोपालगंज पुल के एप्रोच पथ ध्वस्त होने के बाद तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर नीतीश सरकार पर हमला बोला था. उन्होंने पहुंच पथ की तस्वीर और वीडियो पोस्ट करते हुए कहा था कि '263 करोड़ रुपये की लागत से 8 साल में बना, मात्र 29 दिन में ढह गया पुल. संगठित भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह नीतीश जी इस पर एक शब्द भी नहीं बोलेंगे और ना ही साइकिल से रेंज रोवर की सवारी कराने वाले भ्रष्टाचारी सहपाठी पथ निर्माण मंत्री को बर्खास्त करेंगे. बिहार में चारों तरफ लूट ही लूट मची है.'
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263 करोड़ से 8 साल में बना लेकिन मात्र 29 दिन में ढ़ह गया पुल। संगठित भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह नीतीश जी इस पर एक शब्द भी नहीं बोलेंगे और ना ही साइकिल से रेंज रोवर की सवारी कराने वाले भ्रष्टाचारी सहपाठी पथ निर्माण मंत्री को बर्खास्त करेंगे। बिहार में चारों तरफ लूट ही लूट मची है। pic.twitter.com/EIcQYPEHn8
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— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) July 16, 2020
सीएम नीतीश ने किया था पुल का उद्घाटन
गौरतलब है कि लगातार हो रही बारिश के कारण गंड़क नदी उफान पर है. जिस वजह से बैकुंठपुर प्रखंड के सत्तरघाट पर बना पुल अप्रोच पथ गंडक की तेज धारा में ध्वस्त हो गया था. इसके बाद से गोपालगंज से सारण और पूर्वी चम्पारण जिले के बीच आवागमन प्रभावित हो गया है.
बताते चलें कि एक माह पूर्व ही इस पुल का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उद्घाटन किया था. यह सेतु गोपालगंज और पूर्वी चंपारण को जोड़ती है. 1440 मीटर लंबे इस महासेतु का उद्घाटन होने से गोपालगंज, सारण, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी तथा शिवहर जिलों के बीच आवागमन सुगम हो गया. इस पुल के निर्माण के बाद सारण और पूर्वी चंपारण जिलों की दूरी भी काफी कम हो गई है.