पटना: बिहार में जन सुराज पदयात्रा (Jan Suraj Padyatra) पर निकले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Election strategist Prashant Kishor) ने कहा कि आज राजद महागठबंधन में सबसे बड़ा दल है. उन्होंने कहा कि ने नीतीश (Chief Minister Nitish Kumar ) से बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Deputy CM Tejashwi Yadav ) को तत्काल मुख्यमंत्री बनाने की मांग की है. बिहार की पूरी जनता तेजस्वी की काबिलियत को देख सके. तेजस्वी के पास भी 3 साल काम करने का अवसर रहेगा. बिहार की जनता भी देख सकेगी कि तीन वर्षो में तेजस्वी यादव कितना काम कर पाते है?. नीतीश कुमार अपनी विश्वसनीयता खो चुके हैं. उम्र उन पर हावी है और वे सामाजिक और राजनीतिक तौर पर हताश हो चुके हैं.
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बिहार में परीक्षा पेपर लीक होना रोजमर्रा की घटना बन गई है : BSSC पेपर लीक मामले में प्रशांत किशोर ने कहा कि यह रोजमर्रा की घटना बन गई है. पिछले बार भी जब BPSC की पेपर लीक हो गई थी. पिछले 10 सालों में 60 से ज्यादा अलग-अलग परीक्षाओं के पेपर लीक हुए हैं. इस पर कोई जवाबदेही तय नहीं कर रहा है. पिछली बार BPSC पेपर लीक मामले में जिसे दोषी पाया गया. उसके साथ कुछ दिनों बाद ही बड़े मंत्रियों के साथ बड़े-बड़े फोटो अखबार में छपे. शिक्षा मंत्री और पूर्व शिक्षा मंत्री सबकी सांठ-गांठ से ही यह हो रहा है.
खाद तस्करी हो रही है: बिहार में किसानों की बदहाली पर बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि यहां का खाद तस्करी कर नेपाल में ट्रांसफर किया जा रहा है. जैसे-जैसे मैं नेपाल बॉर्डर के करीब पहुंच रहा हूं, वैसे-वैसे यूरिया के ब्लैक मार्केट का रेट 600 से बढ़कर 900 और कुछ इलाकों में तो 1100 से 1200 रुपए में यूरिया खरीद रहे हैं. सिंचाई की अनुपलब्धता किसानों के लिए एक बड़ी समस्या है. फसलों का उचित दाम न मिलना किसानों के लिए समस्या पैदा कर रही है. बिहार में 13% धान और केवल 1 प्रतिशत गेहूं खरीदा गया है.
स्वास्थ्य सेवा पूरी तरह चौपट: बिहार की बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं पर बात करते हुए प्रशांत किशोर ने वर्तमान स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव और भाजपा नेता व पूर्व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पर निशाना साधते हुए कहा कि सीएचसी-पीएचसी सिर्फ कागजों पर उपलब्ध है. बिहार के स्वास्थ केंद्र में जहां डॉक्टर, दवा, रोगी और कंपाउंडर होना चाहिए वहा कुछ भी नहीं है. स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव और इसके पहले मंगल पांडे थे. इन लोगों ने स्वास्थ्य सेवा को चौपट कर दिया है. स्वास्थ्य सेवा केंद्र का इस्तेमाल गाय, भैंस बांधने के लिए किया जा रहा है.