पटनाः बिहार अब पूरी तरह चुनावी मोड में आ गया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का मिशन बिहार जारी है. अमित शाह एक अप्रैल को बिहार दौरे पर आए थे. अमित शाह को सासाराम और नवादा में सभा करनी थी लेकिन सासाराम की सभा विवादों के चलते स्थगित कर दी गई. नवादा में की गयी सभा में गृह मंत्री के निशाने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रहे. राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो पहले अमित शाह के निशाने पर लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव हुआ करते थे. लेकिन अब भाजपा ने नीतियों में बदलाव करते हुए नीतीश कुमार को अपना दुश्मन नंबर वन माना है.
इसे भी पढ़ेंः Bihar Violence: 'सरकार हिंदू विरोधी है..राम भक्तों को किया जा रहा अपमानित..' विधान परिषद में BJP का हंगामा
निशाने पर नीतीश कुमारः अमित शाह के भाषण में सीधे सीधे निशाने पर नीतीश कुमार थे. गृह मंत्री ने कहा कि अब जीवन में नीतीश कुमार को साथ नहीं लेंगे. साथ ही जनता से भी हामी भरवाई. अमित शाह के ताबड़तोड़ हमलों से जेडीयू खेमे में बेचैनी दिखी. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने सोमवार की सुबह ट्वीट कर कहा कि 'आप महामहिम राज्यपाल से रोज दिन में 10 बार बात कीजिए हम लोगों को क्यों तकलीफ होगी, बंगाल केरल और महाराष्ट्र में लोग गवाह हैं सब कुछ देख चुके हैं कि राज्यपाल जैसी संस्था का राजनीतिक उपयोग आप लोगों ने किस तरह से किया है. 2024 में भाजपा मुक्त भारत होगा'.
सदन के अंदर हंगामाः अमित शाह के बयान का असर बिहार विधानसभा में भी दिखा. भाजपा ने सदन के अंदर जमकर हंगामा किया और धारा 144 के मुद्दे पर सरकार को घेरा. भाजपा के आरोपों का प्रतिवाद जदयू की ओर से किया गया. जदयू के संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि गृहमंत्री बार-बार बोल रहे हैं कि हम जदयू को साथ नहीं लेंगे. हमने कब उन्हें आवेदन दिया है. जदयू खुद ही भाजपा के साथ नहीं जाना चाहता है. उनके बार-बार कहने का मतलब है कि वह जदयू के बिना हताश और निराश हैं.
आरोप-प्रत्यारोपः विजय चौधरी के बयान पर भाजपा ने पलटवार किया. पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक नितिन नवीन ने कहा कि आवेदन नहीं दिया लेकिन, नीतीश कुमार को भाजपा के बदौलत ही कुर्सी मिली. लंबे समय तक शासन किया. नीतीश कुमार ने पलटी मारने में और गठबंधन बदलने में रिकॉर्ड कायम किया है. वह तुष्टीकरण के परिचायक बन चुके हैं. राजद प्रवक्ता रामानुज प्रसाद ने कहा है कि भाजपा के लोग बार-बार यह कह रहे हैं कि हम किसी को नहीं लेना चाहते हैं, कहीं इसका मतलब यह तो नहीं है कि वह नीतीश कुमार को मना रहे हैं. नीतीश कुमार ने तो स्पष्ट कर दिया है कि वह भाजपा मुक्त भारत बनाएंगे.
'आप महामहिम राज्यपाल से रोज दिन में 10 बार बात कीजिए हम लोगों को क्यों तकलीफ होगी, बंगाल केरल और महाराष्ट्र में लोग गवाह हैं सब कुछ देख चुके हैं कि राज्यपाल जैसी संस्था का राजनीतिक उपयोग आप लोगों ने किस तरह से किया है. 2024 में भाजपा मुक्त भारत होगा'- ललन सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जदयू