पटना: सरकारी सिस्टम का दंश केवल आम जनता ही नहीं बल्कि महकमे के लोगों को भी झेलना पड़ रहा है. इसका सटीक उदाहरण पुलिस लाइन से सामने आया है. जहां सिविल जमादार रामदयाल पासवान की मौत के बाद कई घंटों तक उसका शव पुलिस लाइन पड़ा रहा, लेकिन उसका कोई खोज खबर तक लेने नहीं आया.
अंतिम विदाई के लिए नहीं आया कोई
बताया जा रहा है कि रामदयाल पासवान की मौत देर रात ही हो गई थी. लेकिन घंटों बाद भी कोई उसकी खबर लेने नहीं आया. डेड बॉडी अभी तक पुलिस लाइन में ही पड़ी हुई है. इधर रामदयाल के परिजन परेशान हैं. गार्ड ऑफ ऑनर देने वाले सिपाही को अभी तक अंतिम विदाई के लिए कोई नहीं आया है.
अधिकारी बोलने से कर रहे परहेज
वहीं, इस बारे में कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं. नाम न बताने के शर्त पर एक कर्मी ने आशंका जाहिर की है कि इस सिपाही की मौत डेंगू के कारण हुई है. हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
SSP के ड्राइवर की भी मौत
दूसरी तरफ पटना पुलिस लाइन में रहने वाले एसएसपी के ड्राइवर रजत कुमार दुबे की भी मौत का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि जिले के दाऊदपुर गांव के निवासी रजत कुमार की कल अचानक इलाज के लिए दिल्ली ले जाने के क्रम में मौत हो गई. रजत की मौत किडनी संबंधी बीमारी के कारण हुई.