पटना: साल 2019 में एसटीईटी परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का संघर्ष जारी है. इसी कड़ी में एक बार फिर से अपनी नियुक्ति की मांग को लेकर पटना के गर्दनीबाग धरना स्थल से विधानसभा घेराव को निकले सैकड़ों एसटीईटी अभ्यर्थियों पर पुलिस (patna police Lathi Charge) ने जमकर लाठियां चटकाई (Police Lathi Charge On STET Candidates In Patna) है. दरअसल शुक्रवार की दोपहर पटना के गर्दनीबाग धरना स्थल पर प्रदर्शन कर रहे एसटीईटी के सैकड़ों अभ्यर्थी यारपुर पुल के जरिए विधानसभा की ओर पहुंचने की फिराक में जुटे हुए थे.
इसी दौरान विधानसभा घेराव की सूचना मिलने की जानकारी मिलते ही मौके पर मौजूद गर्दनीबाग थाना प्रभारी के नेतृत्व में मौजूद पुलिसकर्मियों ने पहले प्रदर्शनकारियों को रोकने का हर संभव प्रयास किया. जब प्रदर्शनकारी पुलिस द्वारा समझाने के बाद भी नहीं समझे और विधानसभा की ओर बढ़ने लगे तब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर जमकर लाठियां चटकाई हैं.
दरअसल वर्ष 2019 में एसटीईटी की परीक्षा में उत्तीर्ण छात्र अपनी नियुक्ति की मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. पटना के गर्दनीबाग धरना स्थल पर अपनी मांगों के समर्थन में धरना दे रहे एसटीईटी अभ्यर्थी विधानसभा घेराव करने के लिए निकल पड़े. धीरे धीरे अभ्यर्थियों का जत्था यारपुर पुल होते हुए बिहार विधानसभा की ओर बढ़ने लगा. मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने यारपुर पुल के ऊपर प्रदर्शनकारियों को रोककर उन्हें वापस गर्दनीबाग धरना स्थल जाने की हिदायत दी.
पढ़ें- Patna Police Lathi Charge : भड़के चिराग, पूरे तेवर में बोले- 'शेर का बेटा हूं, डरूंगा नहीं..'
बावजूद इसके मौके पर मौजूद प्रदर्शनकारी लगातार अपनी मांगों के समर्थन में प्रदर्शन कर बिहार विधानसभा की ओर बढ़ने लगे. इस दौरान पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों पर जमकर लाठियां चलाई है. इस लाठीचार्ज में कई एसटीईटी अभ्यर्थियों के घायल होने की भी सूचना है. इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए गर्दनीबाग थाना प्रभारी ने बताया कि, प्रदर्शनकारियों को समझाने का हर संभव प्रयास किया गया. बावजूद इसके प्रदर्शनकारी बिहार विधानसभा घेराव करने को लेकर यारपुर पुल के ऊपर तक पहुंच गए और उसके बाद मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने लाठीचार्ज कर उन्हें खदेड़ दिया है.
दरअसल, अभ्यर्थियों का कहना है कि शिक्षा मंत्री का कहना है कि जो अभ्यर्थी पास होंगे, उन्हें क्वालिफाइड या नॉनक्वालिफाइड श्रेणी में रखा जाएगा. लेकिन जब हम लोगों को सर्टिफिकेट मिला तो उसमें क्वालिफाइड तो लिखा था लेकिन साथ ही नॉट इन मेरिट लिस्ट भी जोड़ दिया गया था. मेरिट और नॉन मेरिट की बात की जानकारी नहीं दी गई थी. यह गलत है. सरकार जल्द से जल्द हमारी मांग पूरी करे. गौरतलब है कि एसटीईटी 2019 में 80,402 अभ्यर्थी क्वालिफाइड हुए थे. इनमें से 30675 अभ्यर्थियों को मेरिट लिस्ट में रख दिया गया और बाकी को नॉन मेरिट लिस्ट में रखा गया. अभ्यर्थियों ने शिक्षा मंत्री से मामले को गंभीरता से लेने की मांग की है.
ऐसी ही विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP