पटना: सूबे में किस तरह से अपराधियों की मौज है. इसकी बानगी वैशाली जिले के पातेपुर थाना राघोपुर नरसंदा गांव से सामने आई है. दरअसल, इस गांव के रहने वाले 60 वर्षीय अशोक कुमार को दिवाली के दिन कुछ युवकों ने पिस्टल की बट से जख्मी कर दिया. इस बाबत, पीड़ित ने थाने में एफआईआर भी लिखवाई. लेकिन आज तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है. वहीं, अशोक राम डर के कारण गांव छोड़ने को विवश हैं.
मामला दिवाली की शाम का है जब लक्ष्मी पूजा देखने अशोक कुमार घर से बाहर निकले. तभी उत्पात मचा रहे कुछ युवकों का उन्होंने विरोध किया. इसके बाद वो लक्ष्मी पूजन देखने चले गए. वहां से लौटते समय उन्हीं युवकों ने अशोक को चारों ओर से घेर लिया और उनपर धावा बोल दिया. अशोक कुछ समझ पाते, तभी एक युवक ने पिस्टल की बट से उनके चेहरे पर कई वार किये. इससे वो बुरी तरह जख्मी हो गए.
नाक में आया फैक्चर
युवकों के हमले से अशोक की नाक टूट गई. इलाज कराने पीएमसीएच पहुंचे अशोक कुमार ने ईटीवी भारत से बात करते हुए आप बीती सुनाई. दिवाली बीते एक हफ्ते से ऊपर हो गए हैं लेकिन आरोपी युवकों पर पुलिस ने किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की है. अशोक का कहना है कि अब गांव में डर लगता है. एफआईआर लिखवाए जाने के बावजूद आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं
हर रोज करते हैं दबंगई- अशोक
पीड़ित अशोक बताते हैं कि उनके इलाके में इन आरोपी युवकों का आतंक काफी ज्यादा है. बेवजह किसी के घर में घुसकर मारपीट, गाली गलौज करना. इन युवकों की आदतों में शुमार है और जब कोई इनका विरोध करता है तो इलाके के दबंग युवक उनके साथ इसी तरह मारपीट की घटना को अंजाम देते हैं.
डिप्टी सीएम से लगाई गुहार, नहीं मिला न्याय
अशोक का कहना है कि जब उन्होंने इसके खिलाफ आवाज उठाई तो आज हालात यह है कि उनके साथ न ही शासन है और न ही प्रशासन. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए उन्होंने पुलिस पदाधिकारियों से कई बार गुहार लगाई है. यहां तक कि उन्होंने बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी तक से गुहार लगाई पर आज तक आरोपी युवकों की गिरफ्तारी नहीं हुई है. वहीं, आरोपी लगातार उन्हें धमकी भी दे रहे हैं.