पटना : कोरोना महामारी के बीच बढ़ते अपराध के मद्देनजर विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस मुख्यालय की तरफ से समीक्षा बैठक की गई. जिसमें पुलिस अधिकारियों को आदेश दिया गया कि नियमित अंतराल पर गुंडा रजिस्टर में शामिल बदमाशों को थानों में परेड कराया जाए. गुंडा रजिस्टर में विभिन्न तरह के अपराध में चार्जशीटेड के नाम दर्ज किए जाते हैं. इन बदमाशों को समय-समय पर थाने में हाजिरी के लिए बुलाया जाता है.
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दरअसल, 14 तरह के अपराध में शामिल बदमाशों के नाम गुंडा रजिस्टर में डाले जाते हैं. इनके खिलाफ पुलिस आरोप पत्र दाखिल पहले से कर चुकी होती है .इनमें शराब पीकर हंगामा करना, शराब का अवैध धंधा, छेड़खानी, कालाबाजारी, दंगा भड़काने, सार्वजनिक स्थलों पर हंगामा, छात्रों को भड़काने, दो समुदाय के बीच विवाद पैदा करना, चोरी का सामान खरीदना जैसे अपराध वाले मामले में गुंडा रजिस्टर में बदमाशों के नाम दर्ज किए जाते हैं. समय-समय पर संबंधित थाना अंतर्गत रजिस्टर के अनुसार थानों में हाजिरी दिलवाई जाती है. ताकि विधि व्यवस्था में किसी तरह की अड़चन ना आए.
गुंडा रजिस्टर में दर्ज होने वाले अपराधियों को कुछ समय के अंतराल पर थानों के हाजिरी दिलवाने का मुख्य मकसद है कि शराब के अवैध धंधों पर लगाम लगाई जा सके. इसके अलावा विधि व्यवस्था भंग होने की अंदेशा को लेकर बदमाशों से शपथ पत्र भी भरवाए जाते हैं. विधि व्यवस्था समेत अन्य मामलों की समीक्षा के दौरान पुलिस मुख्यालय ने जिले के एसपी को इस बाबत निर्देश दिया है कि गुंडा रजिस्टर में जिन बदमाशों के नाम दर्ज हैं. उन्हें समय-समय पर थानों की परेड के माध्यम से हाजिरी कराई जाए.