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पटना में शिक्षिका से हुई छेड़खानी मामले में PMO ने बिहार सरकार से मांगा जवाब - law and order of bihar

पटना में एक शिक्षिका ने न्याय ना मिलता देख पीएमओ को पत्र लिख दिया. लिहाजा, पीएमओ की ओर से बिहार सरकार के मुख्य सचिव से मामले में हुई पूरी कार्रवाई की जानकारी मांगी गई है.

पीएमओ
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Published : Nov 30, 2020, 7:14 PM IST

पटना: राजधानी पटना के गर्दनीबाग थाना क्षेत्र के एक स्कूल की शिक्षिका से छेड़खानी के मामले में पीएमओ ने बिहार सरकार के मुख्य सचिव से जवाब मांगा है. दरअसल, शिक्षिका ने 19 अगस्त को वार्ड पार्षद के पति पर आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया था.

वहीं, शिक्षिका ने कुल 5 लोगों को आरोपी बनाया. इस मामले में एक भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. लिहाजा, पीड़ित शिक्षिका ने प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखकर न्याय की मांग की थी.

पीएमओ को लिखे पत्र का असर कुछ ऐसा हुआ कि दिल्ली से मुख्य सचिव से पूरे मामले में हुई कार्रवाई की जानकारी मांगी गई है. शिक्षिका ने आरोप लगाया था कि स्कूल आने-जाने के क्रम में सभी आरोपी उसपर अश्लील कमेंट करते थे. इस बाबत स्कूल प्रबंधन की ओर से एफआईआर दर्ज करवायी गई थी.

इस मामले में सचिवालय डीएसपी राजेश कुमार प्रभाकर के निर्देशानुसार गर्दनीबाग थाने में आरोपियों के खिलाफ लिखित एफआईआर दर्ज किया जा चुका है. लेकिन किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.

वार्ड पार्षद के हौसले बुलंद
स्कूल के प्रिंसिपल ने लिखित एफआईआर में यह भी आरोप लगाया है कि इस पूरी घटना के बाद वार्ड पार्षद के पति ने उनके स्कूल के सामने एक फास्ट फूड की दुकान खुलवा दी. जहां हमेशा दो-चार गुंडे टाइप के लोग बैठे रहते हैं. इसी दुकान पर बैठकर वार्ड पार्षद और उसके गुर्गे आने जाने वाली शिक्षिकाओं पर अश्लील इशारे और फब्तियां कसते हैं. हालांकि, वार्ड पार्षद पति ने इस पूरे मामले को बेबुनियाद बताते हुए उसे बदनाम करने की साजिश करार दिया है.

देखना होगा कि पीएमओ से आए पत्र के जवाब में बिहार सरकार क्या कुछ एक्शन लेती है.

पटना: राजधानी पटना के गर्दनीबाग थाना क्षेत्र के एक स्कूल की शिक्षिका से छेड़खानी के मामले में पीएमओ ने बिहार सरकार के मुख्य सचिव से जवाब मांगा है. दरअसल, शिक्षिका ने 19 अगस्त को वार्ड पार्षद के पति पर आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया था.

वहीं, शिक्षिका ने कुल 5 लोगों को आरोपी बनाया. इस मामले में एक भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. लिहाजा, पीड़ित शिक्षिका ने प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखकर न्याय की मांग की थी.

पीएमओ को लिखे पत्र का असर कुछ ऐसा हुआ कि दिल्ली से मुख्य सचिव से पूरे मामले में हुई कार्रवाई की जानकारी मांगी गई है. शिक्षिका ने आरोप लगाया था कि स्कूल आने-जाने के क्रम में सभी आरोपी उसपर अश्लील कमेंट करते थे. इस बाबत स्कूल प्रबंधन की ओर से एफआईआर दर्ज करवायी गई थी.

इस मामले में सचिवालय डीएसपी राजेश कुमार प्रभाकर के निर्देशानुसार गर्दनीबाग थाने में आरोपियों के खिलाफ लिखित एफआईआर दर्ज किया जा चुका है. लेकिन किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.

वार्ड पार्षद के हौसले बुलंद
स्कूल के प्रिंसिपल ने लिखित एफआईआर में यह भी आरोप लगाया है कि इस पूरी घटना के बाद वार्ड पार्षद के पति ने उनके स्कूल के सामने एक फास्ट फूड की दुकान खुलवा दी. जहां हमेशा दो-चार गुंडे टाइप के लोग बैठे रहते हैं. इसी दुकान पर बैठकर वार्ड पार्षद और उसके गुर्गे आने जाने वाली शिक्षिकाओं पर अश्लील इशारे और फब्तियां कसते हैं. हालांकि, वार्ड पार्षद पति ने इस पूरे मामले को बेबुनियाद बताते हुए उसे बदनाम करने की साजिश करार दिया है.

देखना होगा कि पीएमओ से आए पत्र के जवाब में बिहार सरकार क्या कुछ एक्शन लेती है.

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