पटना: प्रदेश के मरीजों को सरकारी अस्पतालों में बेहतर सुविधा मिले. इसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते 22 सितंबर को राज्य के प्रतिष्ठित पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के नए सर्जिकल इमरजेंसी भवन का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उद्घाटन किया. लेकिन अब तक इस नए सर्जिकल इमरजेंसी भवन में एक भी मरीज एडमिट नहीं हुए हैं. सर्जिकल इमरजेंसी भवन के मेंटेनेंस का कार्य अभी भी जारी है. ऐसे में गंभीर सवाल उठ रहे हैं कि जब नया भवन मरीजों के लिए तैयार नहीं था, तो फिर चुनाव से पूर्व बड़े-बड़े दावों के साथ नए सर्जिकल इमरजेंसी भवन के उद्घाटन की जरूरत ही क्या थी.
'1 सप्ताह में सभी कार्य हो जाएंगे पूरे'
पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. विमल कारक ने फोन पर जानकारी दिया कि नए सर्जिकल इमरजेंसी भवन में अभी कई प्रकार के कार्य बाकी है. उम्मीद है कि अगले 1 सप्ताह में सभी कार्य पूरे हो जाएंगे और फिर नया सर्जिकल इमरजेंसी भवन मरीजों के लिए खोल दिया जाएगा. बता दें कि नए इमरजेंसी भवन में शुरुआती दिनों में 30 बेड की व्यवस्था की गई है. जिसमें 15 बेड महिलाओं के लिए और 15 बेड पुरुष मरीजों के लिए रिजर्व है.
एक ऑपरेशन थिएटर एचआईवी मरीजों के लिए किया गया रिजर्व
दरअसल, अस्पताल प्रबंधन आने वाले दिनों में इस सर्जिकल भवन में 100 बेड की व्यवस्था करने की तैयारी कर रहा है. इस भवन में 4 मॉड्यूलर ओटी बनाए गए हैं. जिसमें एक ऑर्थोपेडिक्स, दूसरा प्लास्टिक सर्जरी डिपार्टमेंट और तीसरा जनरल सर्जरी की है. वहीं एक ऑपरेशन थिएटर एचआईवी पीड़ित मरीजों के लिए रिजर्व किया गया है.
अब तक शुरू नहीं हुई सुविधा
पीएमसीएच में इमरजेंसी में कोई एचआईवी पीड़ित मरीज एडमिट होता है, तो उनके ऑपरेशन में काफी समस्या आती है. यही सब दिक्कतों को देखते हुए नए सर्जिकल इमरजेंसी में एक ऑपरेशन थिएटर को सिर्फ एचआईवी पीड़ित पेशेंट के लिए रिजर्व रखा गया है. लेकिन अब तक यह सुविधा शुरू नहीं हुई है. इस कारण जो भी एचआईवी पेशेंट अगर एडमिट हो रहे हैं. इमरजेंसी में उनके ऑपरेशन में काफी कठिनाई आ रही है और उनकी परेशानी लगातार बनी हुई है.
ऐसे में अब यह देखना होगा कि यह नया सर्जिकल इमरजेंसी भवन कब तक मरीजों को एडमिट करने लायक बन पाता है और कब इसकी विधिवत शुरुआत होती है. हालांकि चुनाव में अपनी उपलब्धियों को दर्शाने के लिए सरकार ने 22 सितंबर को ही इसका उद्घाटन कर दिया और उद्घाटन के कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद भी मौजूद रहे थे.