पटनाः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 'मन की बात' कार्यक्रम के तहत देश को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने लोगों को फिर एक बार आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया. पीएम ने कहा कि जब हम कुछ नया करने की या इनोवेटिव सोचते हैं तो ऐसे काम भी संभव हो जाते हैं जिनकी कोई कल्पना भी नहीं करता. उन्होंने बिहार में मोतियों की खेती कर रहे युवाओं की सराहना की.
कर रहे हैं अच्छी आमदनी
पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार के कुछ युवा पहले दूसरों की नौकरी करते थे. लेकिन फिर उन्होंने मोती की खेती करने का सोचा. हालांकि उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी. जिसके बाद उन्होंने जयपुर और भुवनेश्वर जाकर इसकी पूरी जानकारी ली और अपने गांव वापस आकर आज इससे अच्छी आमदनी कर रहे हैं.
आत्मनिर्भर बनने की राह
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये युवा न केवल खुद आत्मनिर्भर हैं, बल्कि दूसरों को भी बना रहे हैं. नरेंद्र मोदी ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान राज्य वापस लौटे मुजफ्फरपुर, बेगूसराय और पटना के प्रवासी मजदूरों को भी ये युवा मोती की खेती की ट्रेनिंग दे रहे हैं. साथ ही उनके आत्मनिर्भर बनने की राह आसान कर रहे हैं.
मधुबनी पेंटिंग की चर्चा
पीएम ने मास्क पर बनाए जा रहे मधुबनी पेंटिंग की भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि बिहार में कई वुमन सेल्फ हेल्प ग्रुप्स ने मास्क पर मधुबनी पेंटिंग बनाना शुरू किया. जो काफी पॉपुलर भी हुआ. नरेंद्र मोदी ने कहा कि सकारात्मक अप्रोच से हमेशा आपदा को अवसर में और विपत्ति को विकास में बदलने में काफी मदद मिलती है.
जवानों को नमन
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कारगिल युद्ध में शहीद हुए वीर जवानों को भी नमन किया. नरेंद्र मोदी ने कहा कि करगिल का युद्ध जिन परिस्थितियों में हुआ वो भारत कभी भूल नहीं सकता है. पीएम ने कहा कि उस समय उन्हें करगिल जाने और वीर जवानों के दर्शन का सौभाग्य मिला था. ये पल उनके जीवन के अनमोल क्षणों में से हैं. पीएम ने इससे पहले 28 जून को मन की बात को संबोधित किया था. जहां उन्होंने देश में चल रहे अहम मुद्दों पर अपने विचार साझा किए थे.