पटनाः प्रधानमंत्री गति शक्ति ईस्ट जोन 2022 (PM Gati Shakti Eastern Zone Organized In Patna) का पटना में आयोजन हुआ. जिसमें 'पीएम गति शक्ति' योजना के नेशनल मास्टर प्लान पर परिचर्चा हुई. जहां बीजेपी के कई नेता और मंत्री शामिल हुए. सम्मेलन का शुभारंभ बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन (Minister Nitin Naveen) ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया.
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कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से जुड़े बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि 'पीएम गति शक्ति' योजना के क्रियान्वयन से अर्थव्यवस्था के एकीकरण का मार्ग प्रशस्त होगा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में शुरू की गई इससे योजना के तहत 100 लाख करोड़ की बजट राशि निर्धारित है. गति शक्ति योजना आधुनिक रेल नेटवर्क, रोड नेटवर्क, जलमार्ग और हवाई मार्ग के विकास के लिए सरकार का एकीकृत दृष्टिकोण है.
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में 2005 के बाद विभिन्न क्षेत्रों में आधारभूत संरचना के निर्माण की दिशा में लगातार बेहतर काम हुआ है, जिससे स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क कनेक्टिविटी में अभूतपूर्व प्रगति आयी है. प्रधानमंत्री की इस दूरदर्शी योजना के क्रियान्वयन से बिहार की अर्थव्यवस्था को नई गति मिलेगी और भविष्य में आर्थिक क्षेत्रों के लिए नये अवसर मिलेंगे.
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वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पथ निर्माण मंत्री ने कहा कि जिस तरह से गुजरात में एकल खिड़की प्रणाली के द्वारा अर्थव्यस्था सुदृढ़ की गयी, उसी तर्ज पर प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा जो गति शक्ति नेशनल मास्टर प्लान की घोषणा की गई है, उससे आधारभूत संरचना के निर्माण के साथ-साथ अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी. यह प्लान उद्योग की उत्पादकता एवं युवाओं को रोजगार दिलाने में कारगर सिद्ध होगा. उन्होंने प्लान को विस्तृत रूप से चर्चा करते हुये बताया कि रेल, रोड़, जलमार्ग एवं हवाई मार्ग के विकास के लिए भारत सरकार का एकिकृत दृष्टिकोण है, इससे बिहार राज्य को काफी मदद मिलेगी.
इस सम्मेलन का आयोजन रेल मंत्रालय एवं बिहार सरकार द्वारा संयुक्त रूप से किया गया था. सम्मेलन में बिहार के अलावा झारखंड, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, उत्तर प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ राज्य के प्रतिनिधि एवं पूर्व रेलवे कोलकाता, दक्षिण पूर्व रेलवे कोलकाता, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर एवं पूर्व तटीय रेलवे भुवनेश्वर के प्रतिनिधि वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए .
कांफ्रेंस के दौरान वर्चुअल रूप से रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, बिहार की उप मुख्यमंत्री रेणु देवी, उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन, केंद्रीय उद्योग संवर्धन आंतरिक व्यापार विभाग के विशेष सचिव अमृतलाल मीणा, ईस्ट सेंट्रल रेलवे के जनरल मैनेजर अनूप शर्मा, बिहार के उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव बृजेश मेहरोत्रा, सहित कई केंद्रीय एजेंसी के प्रतिनिधि और बिहार एवं विभिन्न राज्यों के वरीय पदाधिकारीगण उपस्थित थे.
बता दें कि बुनियादी ढांचा के विकास को बढ़ावा देने के मिशन और देश की प्रगति को और गति देने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी हेतु गति शक्ति नेशनल मास्टर प्लान की शुरूआत की गई है. इस योजना का मकसद बुनियादी ढांचा संपर्क परियोजनाओं की एकीकृत योजना बनाना और समन्वित कार्यान्वयन को बढ़ावा देना है. गतिशक्ति के इस महाभियान के केंद्र में भारत के लोग, भारत का उद्योग, भारत का व्यापार जगत आदि हैं.
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'पीएम गति शक्ति' योजना एक डिजिटल प्लेटफार्म है, जो बुनियादी ढांचा का विकास, कनेक्टिविटी, परियोजनाओं की एकीकृत योजना और समन्वित कार्यान्वयन के लिए रेलवे और संड़क मार्ग मंत्रालय सहित विभिन्न मंत्रालयों को एक साथ लाएगा. न्यू इंडिया के प्रमुख स्तंभ जैसे भारतमाला, सागरमाला, अंतर्देशीय जलमार्ग, बंदरगाहों, उड़ान आदि जैसे विभिन्न मंत्रालयों और राज्य सरकारों की बुनियादी ढांचा योजनाओं को एकीकृत करते हुए कनेक्टिविटी में सुधार और व्यवसाय को अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए सार्थक प्रयास किए जाएंगे.
प्रधानमंत्री गति शक्ति ईस्ट जोन के जरिए एक केंद्रीकृत पोर्टल के साथ विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के सभी मौजूदा और नियोजित पहल शामिल होंगे. इसके तहत अब हर विभाग को एक-दूसरे की गतिविधियों और परियोजनाओं की जानकारी और निष्पादन के दौरान महत्वपूर्ण डेटा आदि पारदर्शी होंगे.
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