पटना: एनआईए (NIA raid in Bihar) ने इससे पहले इस टीम ने कई व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया था और प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से संबंधित लेख और दस्तावेज जब्त किए गए थे. एनआईए के एक अधिकारी ने कहा कि बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में शनिवार को छापेमारी की गई, जबकि दो लोगों को रविवार को गिरफ्तार किया गया. हमें पता चला है कि उन्होंने लक्षित हत्याओं को अंजाम देने की साजिश रची थी. गिरफ्तार लोगों ने हत्याओं को अंजाम देने के लिए हथियार और गोला-बारूद की व्यवस्था की थी. छापेमारी के दौरान कई डिजिटल डिवाइस भी जब्त की गई थीं.
ये भी पढ़ें: Motihari News: पीएफआई ने रची थी बड़े नेता की हत्या की साजिश, NIA ने दो को किया गिरफ्तार
बिहार में एनआईए का छापा: अधिकारी ने कहा कि हथियार और गोला-बारूद पीएफआई ट्रेनर याकूब को सौंपे गए थे, जो पीएफआई कैडरों के लिए प्रशिक्षण सत्र आयोजित कर रहा था. कुछ दिनों पहले याकूब ने एक अपमानजनक और भड़काऊ फेसबुक पर वीडियो पोस्ट किया था, जिसका उद्देश्य शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को भंग करना था. याकूब फिलहाल फरार है.
फुलवारी शरीफ आतंकी मॉड्यूल में एक्शन: यह मामला पीएफआई और उसके सदस्यों के 'गैरकानूनी गतिविधियों' में शामिल होने से जुड़ा है. ऐसा संदेह था कि पीएफआई के सदस्य पटना के फुलवारीशरीफ इलाके में अपनी योजनाओं पर चर्चा करने के लिए इकट्ठे हुए थे. यह मामला शुरू में 12 जुलाई 2022 को बिहार के फुलवारीशरीफ पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था और बाद में मामले की जांच एनआईए ने अपने हाथ में ले ली थी.
मुजफ्फरपुर में एनआईए की दबिश: उधर, मुजफ्फरपुर के बरुराज थाना क्षेत्र के फुलवरिया में एनआईए की टीम जांच करने पहुंची थी. जहां कई घरों में जांच-पड़ताल की. टीम ने के बरुराज थाना के परसौनी नाथ गांव के आजाद अंसारी के घर पर छापेमारी भी की. इस दौरान मुजफ्फरपुर और मोतिहारी पुलिस की टीम भी वहां मौजूद रहीं. आपको बता दें कि मोतिहारी में जो संदिग्ध एनआईए के द्वारा पकड़ा गया है, उसका रिश्तेदार मुजफ्फरपुर के बरुराज इलाके में रहता है. जहां एनआईए की टीम ने पहुंचकर छानबीन की. हालांकि टीम मोतिहारी पुलिस के साथ वापस लौट गई है.