पटना: बरसात शुरू होने के साथ ही राजधानी के बिहार वेटनरी कॉलेज (Bihar Veterinary College) के चिकित्सालय में पालतू जानवरों (Pets) को लेकर बड़ी संख्या में लोग इलाज करवाने पहुंच रहे हैं. पटना के विभिन्न क्षेत्रों से लोग अपने पालतू कुत्ता, बिल्ली, बकरी सहित कई छोटे जानवरों को लेकर इलाज करवाने पहुंच रहे हैं. यहां पशु चिकित्सक की टीम लगातार ऐसे बीमार जानवरों का इलाज करते नजर आ रहे हैं.
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पालूत जानवरों को स्किन डिजीज का खतरा
पशु चिकित्सक (Veterinary Doctor) का कहना है कि बरसात के मौसम (Monsoon) में पालतू जानवरों को इन्फेक्शन होने का खतरा ज्यादा रहता है. इसीलिए पशुपालकों को सतर्कता बरतनी चाहिए.
'बरसात के मौसम में छोटे पशुओं को काफी सतर्कता से रखना होता है. इस समय ज्यादा इंफेक्शन का डर बना रहता है. इसीलिए लोगों को अपने पालतू पशुओं को नम स्थान पर नहीं रखना चाहिए. साथ ही अगर उसे नहलाते हैं तो उसको कपड़ा से पोंछकर सुखाना चाहिए जिससे उसे ठंड ना लगे. बरसात में छोटे पशुओं में स्किन डिजीज होने का ज्यादा डर रहता है. लोगों को इसपर ध्यान देना चाहिए और अगर किसी भी तरह लगे कि पालतू जानवर अस्वस्थ्य हैं तो फौरन पशु चिकित्सक के पास ले जाना चाहिए.' : डॉक्टर रणवीर कुमार सिन्हा, पशु चिकित्सक, पटना वेटनरी कॉलेज
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बरसात में पेट्स की अच्छे से करें देखभाल
चिकित्सालय में पटना के चितकोहरा से अपने कुत्ता को लेकर इलाज करवाने पहुंचीं मेनका शाहनी का कहना है कि कुत्ते की तबीयत खराब थी इसीलिए यहां लेकर इलाज कराने आई हूं.
'चिकित्सालय में डॉक्टरों ने देखा है एक्सरे भी किया गया है वो तो फ्री में हो गया, लेकिन दवा खरीदनी पड़ी है. यहां व्यवस्था अच्छी है. जब भी हमारे पालतू जानवरों को कुछ होता है तो यहीं लेकर आती हूं.' : मेनका शाहनी, पशुपालक