पटना: केंद्र सरकार द्वारा आज आम बजट पेश कर दिया गया है. आम लोगों की फायदे की बात कही जा रही है. लेकिन केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए आम बजट को लेकर आम लोगों ने अपनी नाराजगी भी जाहिर की है.
'मध्यम वर्ग हर बार होता निराश'
लोगों का मानना है कि सरकार हर साल बजट तो पेश करती है, देश में आम लोगों की फायदे की बात भी कही जाती है. लेकिन आम लोगों को बजट से कुछ मिलता नहीं है. आम बजट में मध्यम और आम लोगों के नाम पर सरकार सिर्फ पूंजीपतियों को ही फायदा पहुंचाती है.
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'नौकरी पेशे को कुछ नहीं मिला'
लोगों ने कहा कि 2020 में कोरोना संक्रमण की वजह से लगे लॉकडाउन के चलते आम लोगों का रोजगार छिन गया था. हम लोगों को उम्मीद थी कि 2021 में जब मोदी सरकार दूसरे कार्यकाल का बजट पेश होगा. उसमें आम लोगों के लिए नौकरी पेशे की बात होगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
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'कागजों में ही सिमट जाती हैं घोषणाएं'
आम लोगों का मानना था कि जब बजट पेश होगा तो हम लोगों के लिए बहुत कुछ मिलेगा. लेकिन कुछ मिला नहीं. हम पहले जहां थे आज भी वही हैं. सरकार हमारे नाम पर तो बहुत कुछ देने की घोषणा करती है. लेकिन वह घोषणा सिर्फ कागजों में ही सिमट कर रह जाती है.