पटना: बिहार में लॉकडाउन लागू कर दिया गया है, जो 15 मई तक रहेगा. ऐसे में सरकार ने फैसला लिया है कि मई महीने का राशन सभी राशन कार्ड धारियों को मुफ्त दिया जाएगा. इसके लिए खाद्य आपूर्ति विभाग ने सभी जिलों को जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं.
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विभाग के सचिव विनय कुमार ने बताया कि राज्य सरकार के निर्णय के बाद मई महीने का राशन सभी राशन कार्ड धारियों को मुफ्त दिया जाएगा. लेकिन पॉश मशीन या आई स्केनर ( यानी आंख की पहचान) कर ही यह मुफ्त राशन बांटने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए सभी पीडीएस दुकानदारों को आंखों से पहचान कर अनाज देने का निर्देश दिया गया है. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत मई और जून महीने का राशन मुफ्त देने का फैसला केंद्र सरकार ने लिया है.
क्या कहते हैं खाद्य आपूर्ति सचिव विनय कुमार
खाद्य आपूर्ति सचिव विनय कुमार ने बताया कि राशन कार्ड धारक के द्वारा पोटेबिलिटी और वन नेशन वन राशन सुविधा का लाभ लिया जा सकता है. इसके तहत राज्य के भीतर राशन कार्ड धारक अपने नजदीक के किसी भी दुकान से राशन उठा सकते हैं. वहीं, वन नेशन वन राशन के तहत बिहार के राशन कार्ड धारक देश के किसी भी राज्य में अपने हिस्से का अनाज ले सकेंगे.
- बिहार में कुल 1 करोड़ 75 लाख राशन कार्ड धारक हैं, जिसके माध्यम से तकरीबन 8 करोड़ 50 लाख लोगों को राशन उपलब्ध कराया जाता है.
- प्रति माह 4 लाख 30 हजार टन अनाज का वितरण किया जाता है.
- प्रति माह राशन के बदले राशन कार्ड धारकों से 120 करोड़ रुपए बिहार सरकार को भुगतान किया जाता है.
- मई महीने का भुगतान राशन कार्ड धारक नहीं बल्कि राज्य सरकार करेगी, जो पीडीएस दुकानदार अपने हिस्से का अनाज का भुगतान कर चुके हैं उन्हें राशि वापस की जाएगी.
- राशन कार्ड धारकों को प्रति व्यक्ति 5-5 किलो अनाज दिया जाता है.
- मई महीने में कुल 8 लाख 60 हजार टन अनाज का मुफ्त वितरण किया जाएगा.
- इनमें राज्य और केंद्र सरकार मिलकर वितरण करेंगे.