पटनाः बुधवार की रात राजधानी पटना (Patna) में लगभग आधा दर्जन मोहल्लों में घंटों बिजली गुल रही. बिजली ब्लैक आउट (Black out in Patna) की समस्या लगातार बनी हुई है.
शुक्रवार की सुबह भी लगभग 6 बजे से 9 बजे तक गर्दनीबाग, फुलवारी, दीघा हाट, मुसल्लहपुर हाट के इलाकों में बिजली गुल रही. जिस कारण लोगों में खासी नाराजगी भी है.
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पांच लाख से ज्यादा हैं उपभोक्ता
राजधानी की बात करें तो पटना में लगभग 5 लाख से अधिक उपभोक्ता हैं. पिछले 24 घंटे में लगभग 800 से ज्यादा डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर का फ्यूज जला है.
इसके साथ ही गर्मी के दिनों में अप एंड डाउन वोल्टेज किसी ट्रांसफॉर्मर पर ज्यादा लोड होने के कारण फ्यूज उड़ जाता है. किसी ट्रांसफॉर्मर पर कम लोड होने से काफी समस्या होती है. इसका खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ता है.
घरों में रहना हो जाता है दुश्वार
राजधानी पटना के कई लोगों ने बताया कि ठंड के मौसम में बिजली काट दी जाती है. जिससे खास असर नहीं पड़ता है. लेकिन गर्मी के दिनों में जैसे ही बिजली काट दी जाती है, तो घर में रहना दुश्वार हो जाता है.
'गर्मी के दिनों में लाइट कट जाने से पढ़ाई करने में भी काफी मुश्किल होती है. इन दिनों ऑनलाइन क्लासेज चल रही हैं. लाइट कटने से मोबाइल चार्ज नहीं हो पाता है. जिस कारण से ऑनलाइन क्लासेज करने में भी काफी दिक्कत आती है.' -स्नेहा, विद्यार्थी
'गर्मी के दिनों में हर साल बिजली कट की समस्या उत्पन्न होती है. हम महिलाओं को घर में ही रहना होता है. बिजली कट होने से खाना बनाने में परेशानी होती है. साथ ही फ्रीज में रखे सामान खराब होने लगते हैं.' -तनु शर्मा, गृहिणी
इस महीने खपत 700 मेगावाट
बताते चलें कि जब ट्रिपिंग होती है, तो इसे बनाने के लिए फीडर को कुछ देर के लिए बंद करना होता है. ऐसे में जिस-जिस ट्रांसफॉर्मर की सप्लाई बंद होती है, उस एरिया का कनेक्शन कट हो जाता है. जिसके कारण लोगों को परेशानी होती है.
जानकारी के अनुसार अप्रैल और मई महीने में बिजली की खपत दोगुनी हो गई है. अप्रैल माह में 600 मेगा वाट खपत हुई. इस महीने की शुरुआत से 700 मेगा वाट तक पहुंच गई है. राजधानी पटना में लगभग 7000 से अधिक डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर है. 1700 मेगा वाट सप्लाई है. 11 केवी के फीडर लगभग 200 से अधिक है.
मिल जाएगी बिजली कट से निजात
बिजली कट और ट्रिपिंग की समस्या को लेकर अधिकारी मीटिंग कर रहे हैं जिससे जल्द से जल्द इस समस्या को दूर किया जा सके. बताते चलें कि लाइनमैन की कमी के कारण एक लाइनमैन को एक-एक ट्रांसफॉर्मर के फ्यूज उड़ने के बाद 20 से 25 मिनट समय लगता है. जिस कारण समस्या बनी हुई है.
इसके साथ ही शहर में कई स्थानों पर मेंटेनेंस कार्य चल रहा है. ओवरलोड की समस्या है. ऐसे में इन तमाम समस्याओं के समाधान को लेकर के लगातार विभाग द्वारा काम किया जा रहा है. संभावना जतायी जा रही है कि आने वाले दिनों में बिजली ट्रिपिंग से लोगों को निजात मिल जाएगी.
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