पटना: मिट्टी की सौंधी खुशबू के साथ घड़े का ठंडा पानी मिले तो ये अमृत के समान लगता है. खास बात ये कि इससे प्यास तो बुझती ही है साथ ही मिट्टी के बर्तन का पानी आपको हेल्दी भी रख सकता है. कुछ बीमारियों से बचना चाहते हैं तो घड़े का पानी जरूर पीएं. बिहार में पारा चढ़ता जा रहा है.गर्मी से निजात पाने के लिए लोग तरह-तरह हथकंडे अपना रहे हैं. पटनावासी फ्रिज की बजाय मिट्टी के घड़े का ठंडा पानी (people like to drink clay pot water instead of freeze) पीना ज्यादा पसंद कर रहे हैं.
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मिट्टी के बर्तन से पानी पीने के फायदे: मिट्टी के बर्तन से पानी पीने से लोगों को दो तरह के फायदे मिल रहे हैं. एक तो लोगों को ठंडा पानी मिल रहा है जो शरीर के लिए फायदेमंद है. वहीं दूसरी तरफ बिजली बिल में भी बचत हो रहा है जिस कारण से इस बार मिट्टी के बर्तन की डिमांड भी बढ़ी हुई है. मार्च महीने के आखिरी में गर्मी बढ़ने के साथ आधुनिक देसी घड़े की दुकानें चौक चौराहों पर सज चुकी हैं. इस बढ़ती गर्मी से मिट्टी के बर्तन लोगों के गले को राहत दे रहा है. इस बार गर्मी अच्छी पड़ रही है. इसको लेकर भले ही सभी परेशान हैं लेकिन एक तबका काफी खुश है. दरअसल कुम्हार समाज को उम्मीद है कि इस बार गर्मी में उनका व्यापार अच्छा होगा.
गले की समस्या होगी दूर: घड़े के पानी को पीने से कभी आपको टॉसिंल या जुकाम की समस्या नहीं होगी. इसका पानी गले को नुकसान पहुंचाए बिना ठंडक देगा. जबकि फ्रिज का ठंडा पानी जुकाम से लेकर गले में खिचखिच का कारण बन जाता है. फ्रिज के पानी के सेवन से गले की कोशिकाओं का तापमान अचानक गिर जाता है और इससे शरीर को नकुसान पहुंचता है.
बिजली बिल की बचत: गांधी मैदान स्थित लोदीपुर के रहने वाले सुरेश कुमार का कहना है कि हर साल गर्मी के महीने में घड़ा का पानी पीते हैं. इस बार कुछ पहले ही गर्मी शुरू हो गयी है. जिस कारण से वह घड़ा खरीदकर घर में रखे हुए हैं और पूरा परिवार गर्मी भर घड़े का पानी का ही उपयोग करता है. सुरेश कुमार का मानना है कि घड़ा का पानी पीने से कई तरीके से फायदा मिलता है. गर्मी के दिनों में बिजली बिल भी अधिक आता है जिस कारण से फ्रिज बन्द कर घड़ा का उपयोग कर पानी पीते हैं. बचत के साथ ही स्वास्थ्य के लिए ये कदम फायदेमंद साबित होता है.
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विशेषज्ञ की राय: विशेषज्ञ विद्यार्थी विकास ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि निश्चित तौर पर अगर मिट्टी के बर्तन के पानी का उपयोग पीने के लिए किया जाए तो खनिज लेबल डायरेक्ट शरीर में जाता है, जो शरीर को स्वस्थ रखता है. उन्होंने कहा कि घड़ा का पानी इतना ठंडा होता है जो पीने लायक होता है. विशेषज्ञ का भी मानना है कि फ्रिज का पानी पीना शरीर के लिए नुकसानदेह होता है. इसलिए ज्यादा से ज्यादा मिट्टी के बर्तन का उपयोग करना चाहिए. लेकिन इस बात का ध्यान देना चाहिए कि मिट्टी के घड़े साफ सुथरे हो.
लू से बचाव में मदद: घड़े का पानी शरीर में पानी की कमी नहीं होने देता, क्योंकि इसके पानी को अमूमन लोग ज्यादा पीते हैं. जबकि फ्रिज का पानी थोड़ा पी कर भी लगता है ज्यादा पी लिया है. साथ ही घड़े के पानी के साथ कई मिनिरलस भी शरीर को मिल रहे होते हैं. विटामिन और खनिज शरीर के ग्लूकोज के स्तर इससे बैलेंस रहता है. गर्मी में लू अधिकतर डिहाइड्रेशन के कारण ज्यादा लगती है.
गैस की समस्या से राहत: घड़े का पानी पेट की गर्मी को प्राकृतिक तरीके से ठंडा करता है. साथ ही गैस जैसी समस्या भी राहत मिलती है. अगर रोजाना घड़े का पानी पिया जाए तो पेट से जुड़ी कई समस्याएं दूर हो सकती हैं.
ब्लड प्रेशर रहेगा कंट्रोल: घड़े का पानी ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित रखने में मदद करता है. खास बात यह है कि यह बैड कॉलेस्ट्रोल की मात्रा को कम करके हार्ट अटैक की संभावनाओं को भी कम करता है. मटके का पानी पीने से त्वचा संबंधित कई परेशानियों जैसे फोड़े, फुंसी और मुंहासे से राहत मिलती है. इतना ही नहीं मटके का पानी पीने से त्वचा में भी चमक आती है.
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