पटनाः पीएमसीएच सूबे का सबसे प्रतिष्ठित अस्पताल माना जाता है, लेकिन आए दिन यहां की बदहाल तस्वीरें सूबे की साख पर बट्टा लगा रही हैं. अस्पताल में बायो मेडिकल कचरा इधर-उधर बिखरा नजर आ रहा है. पीएमसीएच के पोस्टमार्टम हाउस के ठीक सामने काफी मात्रा में बायो मेडिकल वेस्ट फेंका है. इससे लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है और संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है.
पीएमसीएच परिसर में फैली गंदगी
पीएमसीएच में स्थित इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान में जाने का भी एकमात्र रास्ता पोस्टमार्टम हाउस से होकर जाता है. इस पूरे रास्ते पर बायोमेडिकल कचरा फैला हुआ है. कुत्ते और कौवे फेंके हुए पीपीई किट को नोंच कर पूरे अस्पताल परिसर में फैला रहे हैं.
गायब हो चुके हैं गमले
पिछली बार ईटीवी भारत ने यहां फैली गंदगी पर खबर चलाई थी. इसके बाद यहां कचरा डालने के लिए प्लास्टिक के शेड से कुछ इलाके को घेर दिया गया था. साथ ही बाहर गमले में फूल सजाए गए थे, लेकिन वर्तमान में शेड जस का तस है और फूलों के गमले गायब हो चुके हैं.
बढ़ जाता है संक्रमण फैलने का खतरा
पीएमसीएच में अपने परिजन का पोस्टमार्टम कराने पहुंचे सुरेश कुमार ने बताया कि इस प्रकार गंदगी फैले होने से यहां खड़े रहना काफी मुश्किल हो रहा है. बिना मास्क के 1 मिनट भी सांस लेना यहां दूभर है. सड़क पर चल रहे हैं तो मेडिकल कचरे पर पैर पड़ रहा है इससे कई प्रकार के संक्रमण फैलने की संभावना भी बढ़ जाती है.
"यह अस्पताल की पुरानी समस्या है. पीएमसीएच का पूरा बायो मेडिकल वेस्ट यहीं पर लाकर फेंक दिया जाता है. हमें इन्हीं रास्तों से होकर ड्यूटी पर जाना पड़ता है. इससे कई प्रकार के संक्रमण और बीमारियों का डर बना रहता है. पीएमसीएच में बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट की कोई व्यवस्था नहीं है. मेडिकल कचरे के निस्तारण की उचित व्यवस्था होने पर ही समस्या का निदान हो सकता है.इसके ठीक पीछे मेडिकल कॉलेज का बॉयज हॉस्टल है और यहां के छात्रों को इसके कारण काफी दिक्कत होती है." -जूनियर डॉक्टर, पीएमसीएच
स्वच्छ भारत अभियान की खिल्ली
बता दें कि पटना देश भर में स्वच्छता के मामले में सबसे निचले स्तर पर है. पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में बिखरी गंदगी की तस्वीरें स्वच्छ भारत अभियान की खिल्ली उड़ाती नजर आ रही है. हाल के दिनों में पीएमसीएच के कर्मियों में एक बार फिर से काफी संख्या में कोरोना के मामले मिलने शुरू हो गए हैं. इसका प्रमुख कारण कहीं न कहीं यह गंदगी भी है, लेकिन प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है.