पटना: बिहार के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने वर्ष 1997 से बकाए वेतन का कर्मचारियों को चेक के माध्यम से भुगतान किया. बिहार राज्य हस्तकला एवं शिल्पकला निगम और बिहार राज्य औषधि एवं रसायन निगम के कर्मचारी को 25 साल बाद बकाए वेतन (Payment Of Outstanding Salary For 25 Years) का भुगतान किया गया.
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चेक के माध्यम (Shahnawaz Gave Cheque To Employees) बिहार राज्य हस्तकला और हस्तशिल्प निगम की 418 कर्मियों में से 370 कर्मियों को बकाया वेतन का भुगतान (Salary Of Weavers In Patna) किया गया है. वहीं बिहार राज्य औषधि एवं रसायन विकास निगम के 324 कर्मचारियों को लंबित वेतन का गुरुवार को भुगतान किया गया है.
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इस मौके पर शाहनवाज हुसैन ने कहा कि 'कई सालों से इन कर्मचारियों के वेतन का भुगतान नहीं किया गया था. जब हम मंत्रालय संभाले तब से इस प्रक्रिया पर हमने ध्यान (Salary Received After 25 Years In Patna) दिया. इसके लिए 55 करोड़ रुपये दिए गए. करीब 80 करोड़ पहली और दूसरी किश्त मिलाकर दी जा चुकी है. पहले 25 करोड़ और अब 55 करोड़ रुपये विभाग ने दिया है.
"हम चाहते हैं जितने भी निगम हैं, उन्हें फिर से सुदृढ किया जाए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी चाहते हैं कि बिहार में उद्योग लगे. उद्योग से जुड़े हुए जितने भी निगम हैं उसे फिर से सही किया जाए. यही कारण है कि निगम में वर्ष 1997 से जिन कर्मचारियों का वेतन बताया था उसका हमने भुगतान किया है."- शाहनवाज हुसैन,उद्योग मंत्री, बिहार
शाहनवाज हुसैन ने बताया कि हम चाहते हैं कि उद्योग विभाग से शुरू हुए जितने भी निगम हैं, सभी कर्मचारी ठीक से रहें, समय पर उन्हें वेतन मिले क्योंकि बिहार में उद्योग धंधे का जाल बिछाना है. साथ ही उन्होंने कहा वैसे कर्मचारी जिन्हें वेतन नहीं मिला है, जो बच गए हैं, उन्हें भी बिहार उद्योग विभाग की पहल पर जल्द से जल्द बकाया वेतन का भुगतान (Initiative Of Bihar Industries Department) कर दिया जाएगा. बहुत जल्द ही तीसरी किश्त के जरिए विभाग बचे हुए लोगों का वेतन भुगतान करेगी.
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