पटना : बिहार के दरभंगा ब्लास्ट (Darbhanga Blast) मामले में पटना के बेऊर जेल में बंद दो आतंकियों (Two Terrorists) की सुरक्षा के मद्देनजर बेऊर जेल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. दरअसल दरभंगा पार्सल ब्लास्ट मामले में चार आतंकी पकड़े गए हैं जिनमें से 2 आतंकी को रिमांड पर एनआईए पूछताछ लेकर दिल्ली चली गई है. राजधानी पटना के बेऊर जेल में गांधी मैदान बोधगया ब्लास्ट मामले में पहले से ही 16 आतंकी यहां पहले से कैद हैं. दरभंगा ब्लास्ट मामले में दो नए कैदी को मिलाकर कुल पटना में 18 आतंकी कैदी हो गए हैं.
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वहीं दरभंगा ब्लास्ट मामले के आरोपी आतंकी सलीम की तबीयत खराब होने की वजह से उसे बेऊर जेल के अस्पताल सेल में रखा गया है. बेऊर जेल के सुरक्षा और सख्त करने के पीछे दो मुख्य कारण है. पहला तो 20 की संख्या में गांधी मैदान, बोधगया बम ब्लास्ट, दरभंगा ब्लास्ट के आतंकी कैद हैं. उनकी सुरक्षा के मद्देनजर सख्त पहरा लगा दिया गया है. वहीं दूसरी ओर दरभंगा बम ब्लास्ट में पकड़े गए 2 कैदियों से लगातार बिहार एटीएस के साथ-साथ केंद्रीय एजेंसी भी समय-समय पर पूछताछ कर रही है. जिस वजह से भी सुरक्षा के मद्देनजर बेऊर जेल के बाहरी और आंतरिक सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है. मिल रही जानकारी के अनुसार जेल के बाहर स्पेशल सेल और आईबी के अधिकारी भी सिविल ड्रेस में तैनात रह रहे हैं.
बेऊर जेल प्रशासन द्वारा मिल रही जानकारी के अनुसार दरभंगा ब्लास्ट मामले में आतंकी के आ जाने के बाद उसे जेल के बाहरी और भीतरी सुरक्षा को और सख्त कर दिया गया है. जेल के बाहर बीएमपी के जवानों की संख्या बढ़ा दी गई है. बेउर जेल के बाहर पेट्रोलिंग को और तेज कर दिया गया है. जेल के अंदर मुलाकातियों को कड़ी सुरक्षा के बीच गुजरना पड़ रहा है. दरअसल कैदियों से मिलने के लिए मुलाकाती को अपना पूरा परिचय के अलावा आधार कार्ड की कॉपी भी अनिवार्य कर दिया गया है.
'जेल में बंद सभी कैदियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. सीसीटीवी कैमरे के ऑपरेटर को भी अलर्ट किया गया है. जेल के अंदर अस्पताल में बने सेल की सुरक्षा भी दोगुनी कर दी गई है.हर 3 घंटे के शिफ्ट में चार- चार सुरक्षा गार्ड सेल के अंदर तैनाती की गई है. बेऊर जेल में बंद पहले से आतंकी और कुख्यात अपराधियों से दरभंगा ब्लास्ट मामले के आतंकी को नहीं मिलने दिया जा रहा है. दरभंगा ब्लास्ट मामले के आतंकी सलीम जेल के अस्पताल सेल में इलाजरत है. जिसे डॉक्टर के सलाह के अनुसार ही भोजन दिया जा रहा है.' :-जितेंद्र कुमार सिंह, कारा अधीक्षक, बेऊर
बता दें कि बेऊर जेल में साल 2013 में पटना के गांधी मैदान में हुए सीरियल बम ब्लास्ट की घटना को अंजाम देने वाले आतंकवादियों के साथ साथ साल 2019 में पकड़े गए बांग्लादेशी आतंकवादियों के अतिरिक्त कई कुख्यात नक्सली और अपराधी पटना के बेऊर जेल में बंद है. इनमें उमर सिद्धकी, अजरुदीन, इम्तियाज अंसारी, अहमद हुसैन, फखरुद्दीन अहमद, फिरोज आलम, नोमान अंसारी, इफ्तेखार आलम, हैदर अली और मुजीबउल्लाह जैसे आतंकी सहित जहानाबाद जेल ब्रेक कांड का मुख्य आरोपी नक्सली अजय कानू और कई कुख्यात अंडर ट्रायल बंद है. वहीं बेउर जेल में जो गैंगस्टर बंद हैं उनमें पिंटू सिंह शिव गोप पंकज सिंह विवेका पहलवान श्याम बाबू यादव जैसे और गैंगस्टर शामिल है.
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बता दें कि बिहार के दरभंगा रेलवे स्टेशन पार्सल ब्लास्ट मामले में चार आतंकी को गिरफ्तार करने के बाद उनसे पूछताछ के बाद उत्तर प्रदेश के लखनऊ कोकारी रिंग रोड से कल दो आतंकी को और गिरफ्तार किया गया है. जिसके बाद उत्तर प्रदेश के साथ-साथ बिहार पुलिस मुख्यालय ने रेलवे सहित सभी जिले के पुलिस अधीक्षकों को अलर्ट कर दिया है. हालांकि पटना के बेऊर जेल में गांधी मैदान बम ब्लास्ट बोधगया बम ब्लास्ट के साथ-साथ दरभंगा ब्लास्ट के कुल 18 आतंकी बेऊर जेल में बंद है. जिस वजह से सुरक्षा के दृष्टिकोण से बेऊर जेल की सुरक्षा पहले की तुलना में काफी बढ़ा दी गई है