पटनाः बिहार सरकार के नगरीय विकास एवं आवास विभाग की ओर से प्रस्तावित 1.5 किमी. लम्बी सुरंग का कार्य दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) को दिया गया है, जो बिहार संग्रहालय (बेली रोड स्थित) और पटना संग्रहालय (छज्जू बाग स्थित) को जोड़ने का काम करेगी. डीएमआरसी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जानकारी दी है कि तकनीक के बेहतरीन इस्तेमाल से दो संग्रहालयों को जोड़ने वाली अपनी तरह की ये भारत की पहली सुरंग होगी.
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आर्ट गैलरी की तरह होगी सुरंग : डीएमआरसी ने जानकारी दी है कि प्रवेश और निकास भवन में एक भूतल और प्रथम तल होगा और इसमें तीन-लेवल का बेसमेंट होगा. इसके साथ ही प्रवेश और निकास भवन में अनेक सुविधाएं होंगी, जैसे सुरक्षा जांच, सामान लिफ्ट और जनता के लिए अन्य आवश्यक सुविधाएं होंगी. यह सुरंग एक आर्ट गैलरी (कला वीथिका) की तरह होगी, जिसमें मधुबनी पेंटिंग्स के द्वारा राज्य की कला, संस्कृति, विरासत, भित्तिचित्र एवं अन्य कलाकृतियों को सुरंग की दीवारों पर प्रदर्शित किया जायेगा.
"ये सुरंग दोनों संग्रहालयों को जोड़ने के अतिरिक्त कला प्रेमियों और अन्य आगंतुकों को भी आकर्षित करेगी. प्रस्तावित सुरंग पूर्ण रूप से वातानुकूलित होगी और सुरंग के दोनों सिरों पर दो लिफ्ट होंगी. जो लोग पैदल चलकर दूरी तय करना चाहेंगे, उनके लिए सीढ़ियां एवं पैदल पथ होगा. जबकि आगंतुकों के सुगम, सुविधाजनक एवं पर्यावरण-अनुकूल आवागमन के लिए सुरंग में बैटरी चालित गोल्फ कार की सुविधा भी होगी"- डीएमआरसी
सुरक्षा उपायों से युक्त होगा टनलः डीएमआरसी की माने तो यह सुरंग अग्नि सुरक्षा एवं लोगों के सुरक्षित निकास के लिए सभी सुरक्षा उपायों से युक्त होगी. मेट्रो सिस्टम के साथ जोड़ने एवं संयुक्त टिकट प्रावधानों को भी ध्यान में रखा गया है. जिससे ये लोगों के लिए सरल एवं सुविधाजनक हो सके. 8 मीटर व्यास (डायमीटर) की सुरंग के निर्माण के लिए 16.5 मीटर की गहराई पर टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) का प्रयोग किया जायेगा.
जमीन से 15 से 20 मीटर नीचे होगी सुरंगः यह भूमिगत सुरंग ज़मीन से 15 से 20 मीटर नीचे होगी और क्रासिंग पॉइंट पर पटना मेट्रो की सुरंग 29 मीटर नीचे से गुज़रेगी. बेली रोड के नीचे क्रासिंग पॉइंट पर इस भूमिगत सुरंग और पटना मेट्रो की सुरंग में लगभग 6.5 मीटर की दूरी होगी.
संस्कृति को बेहतर तरीके से देख सकेंगे लोगः बता दें कि 7 अगस्त को बिहार म्यूजियम के स्थापना दिवस के मौके पर सीएम नीतीश कुमार ने अधिकारियों के सामने इच्छा जताई कि उनकी ख्वाहिश है कि बिहार म्यूजियम और पटना म्यूजियम दोनों को अंडरग्राउंड टनल के माध्यम से जल्द से जल्द जोड़ने का काम शुरू कर दिया जाए. ताकि लोगों को एक ही टिकट रेट में दोनों म्यूजियम घूमने का मौका मिले और लोग अपने कला संस्कृति को बेहतर तरीके से देख सकें, जान सकें.
निर्माण को लेकर सक्रिय हुआ विभागः इस मौके पर अधिकारियों को सीएम नीतीश ने कहा कि इस कार्य को जल्दी करने के लिए हम आपके सामने हाथ जोड़ रहे हैं अब क्या पैर पकड़ लें. इस मौके पर मंच पर नगर विकास विभाग का जिम्मा संभाल रहे प्रदेश के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे. सीएम के इस स्टेटमेंट के बाद विभाग इस काम को लेकर और सक्रिय हो गया है.