पटना: कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लगाए गए लॉकडाउन में सभी धार्मिक स्थल पूरी तरह से बंद थे. सोमवार से धार्मिक स्थलों पर लगी पाबंदी खत्म हो गई है. अब भक्त केंद्र सरकार की ओर से जारी गाइडलाइंस के अनुसार भगवान के दर्शन कर पाएंगे. राजधानी पटना में धार्मिक स्थलों पर लगे पाबंदी हटने के पहले ही दिन श्रद्धालु भगवान के दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं. हालांकि, कोरोना भय की वजह से लोगों की भीड़ मंदिरों और अन्य धार्मिक स्थल पर पहले की अपेक्षा कम देखने को मिली.
'बिना मास्क के प्रवेश की अनुमति नहीं'
गुरुगोविंद सिंह की जन्मस्थली तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब गुरुद्वारा भी खुल चुका है. पटना साहिब के गुरुद्वारा प्रमुख ने बताया कि श्रद्धालुओं को बिना मास्क के गुरुद्वारा के अंदर जाने के अनुमति नहीं दी जाएगी. यहां पर आने के बाद गुरुद्वारा के मुख्य गेट पर पहले श्रद्धालुओं के हाथों को अच्छे से सैनिटाइज करवाया जाएगा. जिसके बाद सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मत्था टेकने के अनुमति दी जाएगी.
धार्मिक स्थलों में प्रवेश के लिए ये हैं शर्तें
धार्मिक स्थलों में प्रवेश से पहले श्रद्धलुओं को अच्छे से हाथ-पैर धोना होगा. सभी लोगों को मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है. धार्मिक स्थल की किसी चीज को छूने की अनुमति नहीं है. गौरतलब है कि लॉकडाउन के लागू होने के बाद लगभग ढाई महीने के बाद पूरे बिहार के धर्मिक स्थलों को कुछ जरूरी शर्तों के साथ खोलने के निर्देश दिए गए हैं. मौके पर गुरुद्वारा में आने वाले श्रद्धालु काफी खुश नजर आए. काफी दिनों के बाद पटना साहिब गुरुद्वारा गुलजार नजर आया.
केंद्र सरकार ने जारी की है गाइडलांइस
गौरतलब है कि अनलॉक 1.0 में सोमवार से केंद्र सरकार की गाइडलाइंस का पालन करते हुए कई राज्यों ने अपने यहां धार्मिक स्थल, होटल, रेस्टोरेंट, शॉपिंग मॉल, वर्किंग प्लेस, बैंकेट हॉल और पार्क खोलने का ऐलान किया है. मौके पर पटना साहिब गुरुद्वारा के जत्थेदार ज्ञानी रंजीत सिंह, सरदार बलविंदर सिंह, सरदार त्रिलोक सिंह समेत सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे.