पटना: लंबे इंतजार के बाद केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी कि सीबीएसई ने दसवीं बोर्ड के रिजल्ट जारी कर दिए हैं. मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने पूर्व से ही कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न हुए हालातों को देखते हुए मेरिट लिस्ट नहीं जारी करने की घोषणा की थी. इस बार मेरिट लिस्ट नहीं जारी की गई. लगभग 10 वर्षों बाद सीजीपीए सिस्टम हटा बच्चों के मार्क्स परसेंटेज में आए हैं.
पटना रीजन का इस बार रिजल्ट 90.69% रहा है. इसके साथ ही बिहार के छात्रों ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए टॉप-10 में जगह बनाने में सफलता हासिल की है. देशभर में पटना रीजन ने ये सफलता हासिल की है.
डीएवी पब्लिक स्कूल ने लहराया परचम
सीबीएसई का रिजल्ट जारी होने के बाद पटना के बीएसईबी स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल के सीनियर वर्ग के शिक्षक बलराम कुमार सिंह ने बताया कि पटना रीजन का रिजल्ट पूरे देश में दसवें नंबर पर रहा है और पिछली बार की तुलना में पटना रीजन के रिजल्ट में सुधार हुआ है. उन्होंने बताया कि डीएवी स्कूल शुरू से टॉप टू स्कूल में रिजल्ट के मामले पर रहा है और इस बार मेरिट लिस्ट जारी नहीं हुई है. लेकिन विद्यालय का रिजल्ट शत प्रतिशत रहा है.
'104 स्टूडेंट्स लाए 90% से ज्यादा मार्क्स'
बलराम कुमार सिंह ने बताया कि 10वीं परीक्षा में विद्यालय से कुल 594 छात्र अपीयर हुए थे और सभी उत्तीर्ण हुए हैं. उन्होंने बताया कि विद्यालय के छात्र आयुष प्रतीक ने 98.4% मार्क्स लाया है, जिसे विद्यालय से हाईएस्ट माना गया है. उन्होंने बताया कि 104 स्टूडेंट्स 90% से ज्यादा मार्क्स लाए हैं.
बलराम कुमार सिंह ने कहा कि इस बार लंबे अरसे बाद सीबीएसई ने परसेंटेज में छात्रों का रिजल्ट जारी किया है और यह निश्चित रूप से सीजीपीए सिस्टम से बेहतर है क्योंकि इसमें छात्रों को और उनके अभिभावकों को प्रतिभा जज करने का मौका मिलता है और कंपटीशन की छात्रों में भावना भी बढ़ती है.
'परसेंटेज से छात्र जान सकते हैं अपनी प्रतिभा'
सीबीएसई दसवीं का रिजल्ट जारी होने के बाद पटना दून पब्लिक स्कूल के डायरेक्टर राकेश कुमार ने बताया कि उनके विद्यालय से भी शत प्रतिशत रिजल्ट रहा है और रिजल्ट को लेकर विद्यालय में उत्साह देखने को मिल रहा है. उन्होंने कहा की लॉकडाउन की स्थिति है इस कारण रिजल्ट के बाद विद्यालय में छात्र नहीं पहुंच पाए हैं. लेकिन इस बार का रिजल्ट काफी बेहतर रहा है.
राकेश ने बताया कि जब मार्क्स परसेंटेज में मिलते हैं, तो बच्चों को अपनी प्रतिभा को जानने और समझने का मौका मिल पाता है. बतौर शिक्षाविद उनकी समझ से दसवीं तक के परीक्षाओं के लिए परसेंटेज में मार्क्स सिस्टम सीजीपीए सिस्टम से काफी बेहतर है