पटना: पटना विश्वविद्यालय के लॉ कॉलेज की मान्यता छिनती दिख रही है. बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने लॉ कॉलेज की मान्यता को रद्द करने का अल्टीमेटम दिया है. कॉलेज में दाखिले के लिए आवेदन भी लिया जा चुका है, लेकिन मान्यता पत्र के इंतजार में प्रवेश परीक्षा नहीं हो सकी है. सत्र 2017-18 में लॉ कॉलेज को बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने अस्थाई मान्यता दी थी.
छात्रों के भविष्य पर लटक रहा तलवार
लॉ कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर का कहना है कि हर 3 साल पर बार काउंसिल ऑफ इंडिया की तरफ से निरीक्षण किया जाता है और इसी के आधार पर कॉलेज को मान्यता दी जाती है. लेकिन इस चक्कर में छात्रों के एकेडमिक सेशन पर असर पड़ता है. लिहाजा बार काउंसिल ऑफ इंडिया को विश्वविद्यालय सत्र को देखते हुए मान्यता मानक को जल्दी पूरा करवाना चाहिए.
शिक्षकों की कमी से जूझ रहे कॉलेज
बार काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन मेनन कुमार मिश्रा ने बताया कि जिन कॉलेजों में शिक्षकों की कमी है उन कॉलेजों को मान्यता नहीं दी जाएगी. उन्होंने कहा कि कॉलेजों को शिक्षकों की नियुक्ति का आदेश दिया जाता है, लेकिन वो ढ़िल बरतते हैं. जब तक कॉलेजों में शिक्षकों की नियुक्ति नहीं होगी, तब तक इन कॉलेजों को अस्थाई मान्यता दी जाएगी.
छात्रों के अनुपात में शिक्षकों की नियुक्ति सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा नहीं कराई जाती है, तो अगले सत्र से कई कॉलेजों की मान्यता पूरी तरह समाप्त कर दी जाएगी.