पटना: नगर निगम ने अगले महीने से शुरू हो रहे पर्वों को देखते हुए राजधानी के हर एक वार्ड में अतिरिक्त सफाई कर्मी बहाल करने की तैयारी शुरू कर दी है. वहीं, दूसरी तरफ पहले से मौजूद चतुर्थवर्गीय सफाई कर्मियों ने गुरुवार को निगम के खिलाफ सड़क पर उतरकर धरना प्रदर्शन किया.
नगर निगम के चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों को उनका बकाया भुगतान नहीं मिल रहा है. जिसके कारण वे सरकार के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. ऐसे में सफाई कर्मियों और सरकार के बीच ठन गई है. जिससे मजदूर यूनियन ने व्यापक हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है.
सफाई कर्मियों की मांगे नहीं हो रही हैं पूरी
नगर निगम के चतुर्थवर्गीय कर्मचारी निगम के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. नगर निगम के सफाई कर्मी यूनियन के अध्यक्ष नंद किशोर दास ने कहा कि वे लोग अपनी मांगों को लेकर नगर आयुक्त से लेकर मुख्यमंत्री तक से मिल चुके हैं, लेकिन अधिकारियों ने उनकी मांगों पर अभी तक ध्यान नहीं दिया है. यूनियन के अध्यक्ष ने कहा कि नगर आयुक्त कहते हैं कि यह नगर निगम की बस की बात नहीं है. यह मामला सरकारी लेवल का है. इसको हम पहले सरकार के अवगत करवाएंगे. सफाई कर्मी यूनियन के अध्यक्ष ने यह भी कहा कि नगर निगम में जितने भी अधिकारी हैं, वह सिर्फ राजनीति कर रहे हैं. हम मजदूरों पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है.
मांगों पर पहले सरकार से लेंगे सहमति
नगर निगम ने मेयर की अध्यक्षता में सशक्त स्थाई समिति की बैठक बुलाई गई. जिसमें सफाई के मुद्दों पर चर्चा हुई. बैठक में यह फैसला लिया गया कि राजधानी के हर वार्ड में अतिरिक्त पांच मजदूर हायर किए जाएंगे जो अपने-अपने वार्डों की सफाई करेंगे, लेकिन फैसले से नाराज निगम के चतुर्थवर्गीय कर्मचारी शहर में सफाई नहीं करने की बात कर रहे हैं. जिस पर नगर आयुक्त अमित कुमार पांडे का कहना है कि जितने भी सफाई कर्मी हैं, उनकी कुछ बातों को हम लोगों ने मान लिया है. सफाई कर्मियों का जितना भी वेतन बकाया है उसको दो-तीन दिनों के अंदर कर्मचारियों को देने की स्वीकृति मिल गई है. इसके साथ नगर आयुक्त ने यह भी कहा कि सफाई कर्मचारियों के जो भी मांगे हैं, वह नगर निगम के अस्तर का नहीं है. वे पहले सरकार से बात करेंगे तभी इस पर सहमति जताएंगे.