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'पटना नगर निगम सिर्फ वसूलती है टैक्स, मूलभूत सुविधाएं तक नहीं मिल रही है' - स्वच्छता सर्वेक्षण

पटना नगर निगम हर साल शहर वासियों से करोड़ों रुपए होल्डिंग टैक्स के रूप में वसूलती है. ताकि शहर वासियों को मूलभूत सुविधा दे सके. लेकिन निगम के बारे में शहर के लोगों का कहना है कि उन्हें कोई सुविधा नहीं मिल पा रही है. हालांकि कुछ सुविधा को छोड़ दें तो बड़ी समस्या कचरा है.

पटना नगर निगम
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Published : Jan 26, 2021, 10:20 PM IST

पटनाः पटना नगर निगम हर साल शहर वासियों से करोड़ों रुपए होल्डिंग टैक्स के रूप में वसूलती है. ताकि शहर वासियों को मूलभूत सुविधा दे सके. लेकिन निगम लोगों से करोड़ों रुपये टैक्स लेकर भी शहर वासियों को सुविधा नहीं दे पा रही है. निगम दावा भी करती है कि हम सभी सुविधा लोगों को दे रहे हैं. लेकिन आम लोगों के अनुसार निगम हमें कुछ भी मूलभूल सुविधा उपलब्ध नहीं करवा पाती है.

पहले की अपेक्षा सुविधा में हुआ सुधार
ईटीवी भारत की टीम ने इस बात को लेकर लोगों से राय जानी. टीम सबसे पहले मंदिरी पहुंची. यहां आम लोगों से लेकर वीआईपी भी रहते हैं. निगम द्वारा मिल रही मूलभूत सुविधाओं के बारे में उनसे उनकी राय जानी तो उन्होंने कहा कि निगम को जितनी सुविधा हमें देनी चाहिए, उतनी सुविधा तो नहीं मिल पा रही है. लेकिन पहले की अपेक्षा सुविधाओं में कुछ सुधार हुआ है. डोर टू डोर निगम की गाड़ी कचरा संग्रहण कर रही है. सप्ताह में दो बार वार्डों की सफाई भी कर दी जा रही है. लेकिन इसके अलावा हमें और कुछ सुविधा नहीं मिलती है.

ये भी पढ़ें- गया: प्रवासी मजदूर ले रहे मधुमक्खी पालन की ट्रेनिंग, काम की तलाश में नहीं जाना पड़ेगा बाहर

सड़क किनारे पड़े कचरे का उठाव नहीं हो रहा
स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर निगम द्वारा लगातार शहर की सफाई व्यवस्था सुदृढ़ करने का दावा किया जा रहा है. निगम द्वारा किए जा रहे दावे को लेकर टीम बुद्धा कॉलोनी इलाके में पहुंची. वहां लोगों ने कहा, पहले की अपेक्षा निगम तो कार्य कर रही है. निवासी संजीव कुमार ने कहा, डोर टू डोर कचरे का उठाव किया जा रहा है, लेकिन सड़क किनारे पड़े कूड़े का उठाव निगम द्वारा कभी-कभी ही किया जा रहा है. डोर टू डोर कूड़ा उठाओ की तरह सड़क किनारे पड़े कूडे का उठाव होता तो शहर कभी गंदा नहीं होगा. स्वच्छता मामले में भी हम अन्य शहरों से बेहतर होते.

पार्कों का ढंग से नहीं हो रहा रखरखाव
इनकम टैक्स इलाका काफी वीआईपी इलाका है. यहां लोगों ने कहा कचरे उठाव की समस्या है. निवासी राकेश कुमार ने कहा, हर मोहल्ले में जाइए तो सड़क किनारे कचरे का अंबार देखने को मिल जाता है. वजह निगम द्वारा सप्ताह में दो-तीन बार ही सड़क किनारे कूड़े का उठाव किया जाता है. बोरिग रोड के विभिन्न मोहल्लों में निगम द्वारा पार्क भी बनाए गए हैं. लेकिन उन पार्कों का रखरखाव निगम द्वारा नहीं हो रहा है. निवासी मनोज कुमार ने कहा, जिससे हमलोगों को मॉर्निंग वॉक करने में परेशानी भी होती है. इसके अलावा शौचालय तो बने हैं. लेकिन उसका ताला नहीं खुलता है.

ये भी पढ़ें- बदहाल स्थिति में बिहार की सबसे धनी 'दरभंगा गोशाला'

होल्डिंग टैक्स में वृद्धि
हम आपको बता दें कि पटना नगर निगम हर साल शहर वासियों से होल्डिंग टैक्स के रूप में 50 से 70 करोड़ रुपए वसूलती है. ताकि शहर वासियों को मूलभूत सुविधा दे सके. लेकिन लोगों का दावा है कि निगम द्वारा हमें कुछ सुविधा नहीं मिल रहा है. निगम एक बार फिर होल्डिंग टैक्स के रूप में 15% की वृद्धि भी कर चुकी है. देखने वाली बात होगी कि टैक्स मे वृद्धि के बाद शहर वासियों को मूलभूत सुविधा देने के नाम पर निगम क्या कुछ फैसिलिटी बढ़ाती है.

पटनाः पटना नगर निगम हर साल शहर वासियों से करोड़ों रुपए होल्डिंग टैक्स के रूप में वसूलती है. ताकि शहर वासियों को मूलभूत सुविधा दे सके. लेकिन निगम लोगों से करोड़ों रुपये टैक्स लेकर भी शहर वासियों को सुविधा नहीं दे पा रही है. निगम दावा भी करती है कि हम सभी सुविधा लोगों को दे रहे हैं. लेकिन आम लोगों के अनुसार निगम हमें कुछ भी मूलभूल सुविधा उपलब्ध नहीं करवा पाती है.

पहले की अपेक्षा सुविधा में हुआ सुधार
ईटीवी भारत की टीम ने इस बात को लेकर लोगों से राय जानी. टीम सबसे पहले मंदिरी पहुंची. यहां आम लोगों से लेकर वीआईपी भी रहते हैं. निगम द्वारा मिल रही मूलभूत सुविधाओं के बारे में उनसे उनकी राय जानी तो उन्होंने कहा कि निगम को जितनी सुविधा हमें देनी चाहिए, उतनी सुविधा तो नहीं मिल पा रही है. लेकिन पहले की अपेक्षा सुविधाओं में कुछ सुधार हुआ है. डोर टू डोर निगम की गाड़ी कचरा संग्रहण कर रही है. सप्ताह में दो बार वार्डों की सफाई भी कर दी जा रही है. लेकिन इसके अलावा हमें और कुछ सुविधा नहीं मिलती है.

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सड़क किनारे पड़े कचरे का उठाव नहीं हो रहा
स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर निगम द्वारा लगातार शहर की सफाई व्यवस्था सुदृढ़ करने का दावा किया जा रहा है. निगम द्वारा किए जा रहे दावे को लेकर टीम बुद्धा कॉलोनी इलाके में पहुंची. वहां लोगों ने कहा, पहले की अपेक्षा निगम तो कार्य कर रही है. निवासी संजीव कुमार ने कहा, डोर टू डोर कचरे का उठाव किया जा रहा है, लेकिन सड़क किनारे पड़े कूड़े का उठाव निगम द्वारा कभी-कभी ही किया जा रहा है. डोर टू डोर कूड़ा उठाओ की तरह सड़क किनारे पड़े कूडे का उठाव होता तो शहर कभी गंदा नहीं होगा. स्वच्छता मामले में भी हम अन्य शहरों से बेहतर होते.

पार्कों का ढंग से नहीं हो रहा रखरखाव
इनकम टैक्स इलाका काफी वीआईपी इलाका है. यहां लोगों ने कहा कचरे उठाव की समस्या है. निवासी राकेश कुमार ने कहा, हर मोहल्ले में जाइए तो सड़क किनारे कचरे का अंबार देखने को मिल जाता है. वजह निगम द्वारा सप्ताह में दो-तीन बार ही सड़क किनारे कूड़े का उठाव किया जाता है. बोरिग रोड के विभिन्न मोहल्लों में निगम द्वारा पार्क भी बनाए गए हैं. लेकिन उन पार्कों का रखरखाव निगम द्वारा नहीं हो रहा है. निवासी मनोज कुमार ने कहा, जिससे हमलोगों को मॉर्निंग वॉक करने में परेशानी भी होती है. इसके अलावा शौचालय तो बने हैं. लेकिन उसका ताला नहीं खुलता है.

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होल्डिंग टैक्स में वृद्धि
हम आपको बता दें कि पटना नगर निगम हर साल शहर वासियों से होल्डिंग टैक्स के रूप में 50 से 70 करोड़ रुपए वसूलती है. ताकि शहर वासियों को मूलभूत सुविधा दे सके. लेकिन लोगों का दावा है कि निगम द्वारा हमें कुछ सुविधा नहीं मिल रहा है. निगम एक बार फिर होल्डिंग टैक्स के रूप में 15% की वृद्धि भी कर चुकी है. देखने वाली बात होगी कि टैक्स मे वृद्धि के बाद शहर वासियों को मूलभूत सुविधा देने के नाम पर निगम क्या कुछ फैसिलिटी बढ़ाती है.

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