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पटना के राजीव नगर में 'ऑपरेशन बुलडोजर' पर हाईकोर्ट की रोक - राजीव नगर में अतिक्रमण पर पटना हाईकोर्ट

पटना हाईकोर्ट (Patna High Court ) से राजीव नगर के लोगों के लिए राहत भरी खबर है. सोमवार को अवैध निर्माण के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई पर कोर्ट ने रोक लगा दी है. नेपाली नगर के लोगों की तरफ से कोर्ट में याचिका दायर की गई थी, जिसपर कोर्ट ने यह आदेश दिया है. पढ़ें पूरी खबर..

Patna High Court On Rajiv Nagar Encroachment
Patna High Court On Rajiv Nagar Encroachment
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Published : Jul 4, 2022, 5:58 PM IST

Updated : Jul 4, 2022, 8:10 PM IST

पटना: पटना हाईकोर्ट (Patna High Court On Rajiv Nagar Encroachment) ने राजीव नगर क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने (Campaign To Remove Encroachment In Rajiv Nagar) की कार्रवाई पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है. जस्टिस संदीप कुमार ने इस मामले में दायर याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए ये आदेश दिया है.

पढ़ें- पटना के राजीव नगर में बुलडोजर की कार्रवाई से बेघर हुए लोग, कहा- 'इस उम्र में अब हम कहां जाएंगे?'

पटना HC ने अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई पर लगाई रोक: रविवार 3 जुलाई की सुबह जिला प्रशासन ने बड़ी संख्या में पुलिस बल और जेसीबी मशीन के साथ अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की थी. इस क्रम में काफी तनाव और पत्थरबाजी हुई थी. बता दें कि कोर्ट ने अगले आदेश तक प्रशासन द्वारा अतिक्रमण की कार्रवाई पर रोक लगाते हुए 6 जुलाई 2022 को सुनवाई की तिथि तय की है.

प्रशासन से लोगों ने पूछा सवाल- क्यों दी गयी थी सुविधाएं?: नेपाली नगर (Nepali Nagar Patna) के लोग प्रशासन से कई सवाल कर रहे हैं. 27 साल से रह रही एक महिला नीलम ने कहा कि मेरे घर की रजिस्ट्री हाजीपुर से हुई थी. नगर निगम का भी म्यूटेशन बहुत पहले से हुआ है. मेरा यही सवाल है कि हमें बिजली, पानी क्यों दिया गया था. सारी सुविधाएं क्यों मुहैया करवायी गई थी?

आमने-सामने स्थानीय और प्रशासन: आपको बताएं कि पिछले दिनों राजीवनगर के लोगों ने बुलडोजर पर रोक लगाने की मांग को लेकर बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद (Deputy CM Tarkishore Prasad) के पटना स्थित आवास के बाहर प्रदर्शन भी किया था. इन प्रदर्शनकारियों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं. इनका कहना है कि पटना प्रशासन ने राजीव नगर के नेपाली नगर में 3 दर्जन से ज्यादा मकान को तोड़ने का आदेश जारी किया है. यहां लगभग 20 एकड़ भूमि को अधिग्रहित कर पटना उच्च न्यायालय के जजों के लिए आवास बनाया जाना है. सदर अंचलाधिकारी की ओर से 70 लोगों को नोटिस भेजा गया है. यह इलाका राजीव नगर थाने और कर्पूरी भवन के पीछे वाला इलाका है. इससे पहले नेपाली नगर के घुड़दौड़ रोड में सीआईएसएफ के कैंप कार्यालय, सीबीएसई के लिए भूमि अधिग्रहित की गई थी. इस दौरान इस इलाके में स्थानीय लोगों और पुलिस प्रशासन के बीच हंगामा हुआ था.

कल से चल रहा था अभियान: रविवार से पटना के आशियाना रोड पर यह अभियान चल रहा था. इस दौरान कल स्थिति बेकाबू हो गयी थी. पुलिस और स्थानीय लोग आमने-सामने थे. पुलिस पर पथराव किया जा रहा था जिसके बाद जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज किया था और आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए थे. इस झड़प में कई पुलिसकर्मी व स्थानीय लोग भी घायल हुए थे. 20 एकड़ जमीन पर कब्जा करने के लिए पुलिस और प्रशासन को दिनभर फजीहत झेलनी पड़ी थी. राजीव नगर में कल 22 बुलडोजर के साथ से 40 मजिस्ट्रेट और 50 पुलिस अफसरों के साथ हजारों पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था जिसमें 3 पुलिसकर्मी और तीन स्थानीय लोग घायल हुए थे. जिसके बाद पुलिस प्रशासन द्वारा 26 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 300 अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया है.

पटना: पटना हाईकोर्ट (Patna High Court On Rajiv Nagar Encroachment) ने राजीव नगर क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने (Campaign To Remove Encroachment In Rajiv Nagar) की कार्रवाई पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है. जस्टिस संदीप कुमार ने इस मामले में दायर याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए ये आदेश दिया है.

पढ़ें- पटना के राजीव नगर में बुलडोजर की कार्रवाई से बेघर हुए लोग, कहा- 'इस उम्र में अब हम कहां जाएंगे?'

पटना HC ने अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई पर लगाई रोक: रविवार 3 जुलाई की सुबह जिला प्रशासन ने बड़ी संख्या में पुलिस बल और जेसीबी मशीन के साथ अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की थी. इस क्रम में काफी तनाव और पत्थरबाजी हुई थी. बता दें कि कोर्ट ने अगले आदेश तक प्रशासन द्वारा अतिक्रमण की कार्रवाई पर रोक लगाते हुए 6 जुलाई 2022 को सुनवाई की तिथि तय की है.

प्रशासन से लोगों ने पूछा सवाल- क्यों दी गयी थी सुविधाएं?: नेपाली नगर (Nepali Nagar Patna) के लोग प्रशासन से कई सवाल कर रहे हैं. 27 साल से रह रही एक महिला नीलम ने कहा कि मेरे घर की रजिस्ट्री हाजीपुर से हुई थी. नगर निगम का भी म्यूटेशन बहुत पहले से हुआ है. मेरा यही सवाल है कि हमें बिजली, पानी क्यों दिया गया था. सारी सुविधाएं क्यों मुहैया करवायी गई थी?

आमने-सामने स्थानीय और प्रशासन: आपको बताएं कि पिछले दिनों राजीवनगर के लोगों ने बुलडोजर पर रोक लगाने की मांग को लेकर बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद (Deputy CM Tarkishore Prasad) के पटना स्थित आवास के बाहर प्रदर्शन भी किया था. इन प्रदर्शनकारियों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं. इनका कहना है कि पटना प्रशासन ने राजीव नगर के नेपाली नगर में 3 दर्जन से ज्यादा मकान को तोड़ने का आदेश जारी किया है. यहां लगभग 20 एकड़ भूमि को अधिग्रहित कर पटना उच्च न्यायालय के जजों के लिए आवास बनाया जाना है. सदर अंचलाधिकारी की ओर से 70 लोगों को नोटिस भेजा गया है. यह इलाका राजीव नगर थाने और कर्पूरी भवन के पीछे वाला इलाका है. इससे पहले नेपाली नगर के घुड़दौड़ रोड में सीआईएसएफ के कैंप कार्यालय, सीबीएसई के लिए भूमि अधिग्रहित की गई थी. इस दौरान इस इलाके में स्थानीय लोगों और पुलिस प्रशासन के बीच हंगामा हुआ था.

कल से चल रहा था अभियान: रविवार से पटना के आशियाना रोड पर यह अभियान चल रहा था. इस दौरान कल स्थिति बेकाबू हो गयी थी. पुलिस और स्थानीय लोग आमने-सामने थे. पुलिस पर पथराव किया जा रहा था जिसके बाद जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज किया था और आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए थे. इस झड़प में कई पुलिसकर्मी व स्थानीय लोग भी घायल हुए थे. 20 एकड़ जमीन पर कब्जा करने के लिए पुलिस और प्रशासन को दिनभर फजीहत झेलनी पड़ी थी. राजीव नगर में कल 22 बुलडोजर के साथ से 40 मजिस्ट्रेट और 50 पुलिस अफसरों के साथ हजारों पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था जिसमें 3 पुलिसकर्मी और तीन स्थानीय लोग घायल हुए थे. जिसके बाद पुलिस प्रशासन द्वारा 26 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 300 अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया है.

Last Updated : Jul 4, 2022, 8:10 PM IST
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