पटना: बिहार की राजधानी पटना की सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि वर्तमान समय में पटना में 6 बच्चे कोरोना पॉजिटिव (Children Corona Positive In Patna) हैं, लेकिन यह चिंता की बात नहीं है. सिविल सर्जन ने कहा कि ऐसा नहीं है कि किसी एक स्कूल के बच्चे पॉजिटिव हो रहे हैं. कोरोना संक्रमित सभी बच्चे पटना के विभिन्न इलाकों के रहने वाले हैं और कुछ बच्चे ऐसे हैं जिनके माता-पिता का जांच हुआ और उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई फिर उनका जांच किया गया और उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई. कुछ बच्चे ऐसे हैं जिन्हें फीवर हो रहा था और घाव भी परेशान किए हुए था, घाव के ऑपरेशन के लिए डॉक्टर rt-pcr जांच रिपोर्ट मांगा और जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव मिल गई. सिविल सर्जन ने कहा कि बच्चों को लेकर घबराने की आवश्यकता नहीं है.
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इस वक्त स्वास्थ्य विभाग नेपाल से आए यात्रियों में कोरोना केस मिलने पर परेशान है. दरअसल, 6 दिसंबर को नेपाल से पटना पहुंची बस के यात्रियों की जब कोरोना जांच की गई तो उनमें तीन यात्री पॉजिटिव पाए गए थे. कन्फर्मेशन के लिए सभी का दोबारा rt-pcr जांच कराई गई. रिपोर्ट में दोबारा पॉजिटिव पाये गए. इनमें से एक यात्री की तबीयत बिगड़ने पर उसे पटना के एक बड़े प्राइवेट अस्पताल में एडमिट किया गया. फिलहाल उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है.
दरअसल, राजधानी पटना में बीते 12 दिनों में 1000 से अधिक लोग विदेशों से आए हैं. जिसमें लगभग 375 का जांच के लिए सैंपल कलेक्ट किया जा चुका है. सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि विदेशों से आए 303 लोगों का कोरोना जांच रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है. जबकि 4 यात्रियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. इसके अलावा नेपाल से बस से आए तीन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है. सिविल सर्जन ने बताया कि फ्लाइट से ट्रैवल कराने वाले जिन चार लोगों में पॉजिटिव मामले मिले हैं उनमें से दो की पॉजिटिव रिपोर्ट वाले दुबई के ट्रैवल हिस्ट्री वाले यात्रियों की है, जबकि दो पॉजिटिव रिपोर्ट सिंगापुर के ट्रैवल हिस्ट्री वाले यात्रियों की है.
सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी (Patna Health Department ) ने बताया कि फ्लाइट से विभिन्न देशों से ट्रेवल कर जो यात्री आ रहे हैं उनकी जांच करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से पहले उनके पास कॉल जा रहा है. जो लोग कॉल रिसीव कर रहे हैं वह जांच में सहयोग कर रहे हैं. इसके अलावा कई लोगों का मोबाइल भी ऑफ आ रहा है. कई लोगों का नंबर फॉरेन का मिल रहा है. सिविल सर्जन ने बताया कि यह लोगों की भी जिम्मेवारी बनती है कि फॉरेन से ट्रेवल कर आ रहे हैं तो निश्चित रूप से प्रदेश लौटने पर एक बार अपना rt-pcr जांच अवश्य कराएं.
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