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गोवा CM के बयान पर बोलीं पटना की बेटियां, क्या घर से निकलेंगे तो दुष्कर्म हो जाएगा?

गोवा के सीएम के द्वारा दो नाबालिग लड़कियों के साथ हुए दुष्कर्म के बाद दिए गए बयान पर पटना की बेटियों ने ऐतराज जताया है. पटना की लड़कियों ने खुलकर कहा है कि उन्हें सुरक्षा का माहौल बनाना चाहिए.

बोलीं पटना की बेटियां
बोलीं पटना की बेटियां
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Published : Aug 3, 2021, 10:46 PM IST

पटनाः गोवा में बीते दिनों दो नाबालिग लड़कियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म (Gangrape) मामले के बाद देश के सबसे मशहूर पर्यटन स्थल में महिलाओं की सुरक्षा सवालों के घेरे में है. सरकार पर उठ रहे सवालों पर वहां के मुख्यमंत्री ने जो बयान दिया, उसकी अब हर तरफ आलोचना हो रही है. राजधानी पटना की लड़कियों ने भी ऐतराज जताया है.

इसे भी पढ़ें-#JeeneDo: नाबालिगों से गैंगरेप और गोवा सीएम के बयान के बाद महिलाएं और पर्यटक उठा रहे सवाल

"मुझे गोवा के मुख्यमंत्री का बयान गलत लग रहा है. रात में अगर कोई जरूरत आ जाती है तो लड़कियां बाहर निकल सकती हैं और जरूरी नहीं कि सभी को इसकी जानकारी दी जाए. उन्होंने कहा कि भले ही लड़कियां नाबालिग हो मगर अगर वह रात में सड़क पर चल रही है तो इसका मतलब यह नहीं कि उसके साथ अपराधी दुष्कर्म कर दे. सरकार और प्रशासन को सुरक्षा का माहौल बनाना चाहिए, जिससे इस तरह की घटना किसी के साथ भी न हो."- सिमरन

देखें वीडियो
"गोवा के मुख्यमंत्री का बयान पूरी तरह से गलत है. अगर रात में कोई सुरक्षित सड़क पर नहीं चल सके तो आजादी का कोई मतलब ही नहीं है. लड़कियों की सुरक्षा सिर्फ लड़कियां और उनके परिवार वालों के भरोसे ही नहीं रखना चाहिए, बल्कि समाज को भी इसपर ध्यान देना चाहिए. सड़क पर जो लोग हैं, उन्हें भी इसपर ध्यान देना चाहिए कि कोई लड़की सड़क पर अकेले है तो वह सुरक्षित महसूस करे."- मिताली

इसे भी पढ़ें-बिहार के समस्तीपुर में हैवानियत की हद, गैंगरेप के बाद महिला को रातभर बिजली के खंभे से लटकाया

"गोवा के मुख्यमंत्री की बात से मैं इत्तेफाक नहीं रखती हूं. यह सही है कि घर से बाहर निकलते समय माता-पिता को इसकी जानकारी देनी चाहिए. मगर यह लड़के और लड़कियों दोनों पर लागू होता है. विशेष परिस्थिति में कोई बिना बताए भी बाहर निकल सकता है. मगर जरूरी यह है कि जब वह रात में बाहर निकले तो सुरक्षित महसूस करे. हमें कानून व्यवस्था को दुरुस्त करना चाहिए."- प्रिया

चूंकि, मसला सुरक्षा से जुड़ा है, तो सवाल सरकार पर ही उठेंगे लेकिन गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सांवत ने इस मामले के बाद जो बयान दिया उसने जनता के चुने नुमाइंदों को भी सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया है. दरअसल दो नाबालिग लड़कियों से गोवा में देर रात दरिंदगी हुई, जब इस पर प्रदेश के मुख्यमंत्री से सवाल किया गया तो उन्होंने उल्टा लड़कियों और उनके परिजनों पर ही सवाल उठा दिया.

बता दें कि मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा था कि लड़कियां इतनी देर तक बाहर क्यों थी और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना माता-पिता की जिम्मेदारी है.

पटनाः गोवा में बीते दिनों दो नाबालिग लड़कियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म (Gangrape) मामले के बाद देश के सबसे मशहूर पर्यटन स्थल में महिलाओं की सुरक्षा सवालों के घेरे में है. सरकार पर उठ रहे सवालों पर वहां के मुख्यमंत्री ने जो बयान दिया, उसकी अब हर तरफ आलोचना हो रही है. राजधानी पटना की लड़कियों ने भी ऐतराज जताया है.

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"मुझे गोवा के मुख्यमंत्री का बयान गलत लग रहा है. रात में अगर कोई जरूरत आ जाती है तो लड़कियां बाहर निकल सकती हैं और जरूरी नहीं कि सभी को इसकी जानकारी दी जाए. उन्होंने कहा कि भले ही लड़कियां नाबालिग हो मगर अगर वह रात में सड़क पर चल रही है तो इसका मतलब यह नहीं कि उसके साथ अपराधी दुष्कर्म कर दे. सरकार और प्रशासन को सुरक्षा का माहौल बनाना चाहिए, जिससे इस तरह की घटना किसी के साथ भी न हो."- सिमरन

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"गोवा के मुख्यमंत्री का बयान पूरी तरह से गलत है. अगर रात में कोई सुरक्षित सड़क पर नहीं चल सके तो आजादी का कोई मतलब ही नहीं है. लड़कियों की सुरक्षा सिर्फ लड़कियां और उनके परिवार वालों के भरोसे ही नहीं रखना चाहिए, बल्कि समाज को भी इसपर ध्यान देना चाहिए. सड़क पर जो लोग हैं, उन्हें भी इसपर ध्यान देना चाहिए कि कोई लड़की सड़क पर अकेले है तो वह सुरक्षित महसूस करे."- मिताली

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"गोवा के मुख्यमंत्री की बात से मैं इत्तेफाक नहीं रखती हूं. यह सही है कि घर से बाहर निकलते समय माता-पिता को इसकी जानकारी देनी चाहिए. मगर यह लड़के और लड़कियों दोनों पर लागू होता है. विशेष परिस्थिति में कोई बिना बताए भी बाहर निकल सकता है. मगर जरूरी यह है कि जब वह रात में बाहर निकले तो सुरक्षित महसूस करे. हमें कानून व्यवस्था को दुरुस्त करना चाहिए."- प्रिया

चूंकि, मसला सुरक्षा से जुड़ा है, तो सवाल सरकार पर ही उठेंगे लेकिन गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सांवत ने इस मामले के बाद जो बयान दिया उसने जनता के चुने नुमाइंदों को भी सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया है. दरअसल दो नाबालिग लड़कियों से गोवा में देर रात दरिंदगी हुई, जब इस पर प्रदेश के मुख्यमंत्री से सवाल किया गया तो उन्होंने उल्टा लड़कियों और उनके परिजनों पर ही सवाल उठा दिया.

बता दें कि मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा था कि लड़कियां इतनी देर तक बाहर क्यों थी और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना माता-पिता की जिम्मेदारी है.

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