पटना: इंसान अगर कुछ करने की ठान ले तो वह किसी भी मंजिल को पा सकता है. इसे पटना जिले के बिहटा के गुलामली चक के रहने वाले मोहन कुमार ने चरितार्थ कर दिखाया है. बुधवार को 66वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा का रिजल्ट ( BPSC 66th Final Result ) घोषित किया गया जिसमें कुल 685 अभ्यर्थियों ने सफलता प्राप्त की है. बिहटा के मोहन कुमार (Mohan Kumar Passed 66th BPSC Exam) ने भी अपनी मेहनत से बीपीएससी में सफलता पाई है. इन्हें 397वां स्थान प्राप्त हुआ है. मोहन बिहार पुलिस में कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात हैं.
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पटना के मोहन कुमार को मिली बीपीएससी में सफलता: मोहन कुमार ने स्कूली शिक्षा गांव के ही सरकारी विद्यालय से प्राप्त की. जिसके बाद 2015 में बिहार पुलिस में सिपाही के पद पर चयन हुए लेकिन अपने लक्ष्य को कभी नहीं छोड़ा और निरंतर पढ़ाई करते रहे. 66वीं बीपीएससी में इन्होंने सफलता पाई है. मोहन कुमार दो भाई और दो बहन हैं. इनके पिता शिवजी प्रसाद पोस्ट ऑफिस में हैं तो वहीं माता चिंता देवी गृहणी है. इनके बड़े भाई भी मुन्ना कुमार बिहार पुलिस में कांस्टेबल के पद पर पटना जिले में तैनात हैं.
कॉन्स्टेबल के पद पर हैं तैनात: बीपीएससी में चयनित मोहन कुमार ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि बिहार पुलिस की नौकरी मैंने 2015 में ज्वाइन की थी. जिसके बाद से मेरा लक्ष्य बीपीएससी क्वालीफाई करना था. मैंने निरंतर पढ़ाई जारी रखा, जिसके बाद मैंने यह सफलता पाई है. साफ तौर से उन्होंने बताया कि अगर निरंतर पढ़ाई जारी रखा जाए तो किसी भी सफलता को पाना कोई मुश्किल नहीं होता है.
"बैक ग्राउंड कैसा भी हो उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. मेरी सभी से अपील है कि जो भी आपका टारगेट है उसे पाने के लिए ईमानदारी से मेहनत करें. मेहनत से सफलता जरूर मिलेगी. मैं चार साल से तैयारी कर रहा था."- मोहन कुमार, सफल अभ्यर्थी, बीपीएससी
गांव से पढ़ाई कर पाई कामयाबी: मोहन कुमार ने गांव के स्कूल से दसवीं पास की फिर, इंटर भी बिहटा कॉलेज से ही पास किया और स्नातक भी पटना से ही किया है. मोहन ने बीपीएससी की परीक्षा में इतिहास का चयन किया क्योंकि इन्होंने स्नातक भी इतिहास से ही किया था. उन्होंने बताया कि इस सफलता के पीछे मेरे माता-पिता, बड़े भाई के साथ साथ मेरे अधिकारियों का भी हाथ है. इन सभी के सहयोग से ही मुझे बीपीएससी में सफलता मिल पाई है.
'ईमानदारी से मेहनत करने पर जरूर मिलेगी सफलता': मोहन कुमार ने कहा कि अगर ईमानदारी से मेहनत की जाए तो सफलता जरूर मिलेगी. मैं पिछले 4 साल से मेहनत कर रहा था. इससे पहले मेरी पोस्टिंग गया जिला बल में थी जिसके कारण मेरी पढ़ाई बाधित हुई थी. इसके बाद 2018 में मेरी पोस्टिंग स्पेशल विजिलेंस यूनिट पटना में हुई. मैं रात को पढ़ाई किया करता था.
2020 में आया था विज्ञापन: बता दें कि इस परीक्षा के लिए 2020 में विज्ञापन आया था. जबकि, 2021 में प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा का आयोजन किया गया था. बीपीएससी 66वीं मुख्य (लिखित) प्रतियोगिता परीक्षा में कुल 1838 उम्मीदवार सफल घोषित किए गए थे. लिखित परीक्षा में सफल 1838 उम्मीदवारों का साक्षात्कार आयोग कार्यालय में दिनांक 18.05.2022 से 22.06.2022 तक और दिनांक 05.07.2022 और दिनांक 18.07.2022 को कोविड प्रोटोकॉल के मानकों का ख्याल रखते हुए कराया गया था.
685 उम्मीदवारों का हुआ चयन: इंटरव्यू में कुल 1768 उम्मीदवार शामिल हुए थे. वहीं, 70 उम्मीदवार अनुपस्थित रहे. कुल 689 रिक्तियों के विरूद्ध संयुक्त मेरिट लिस्ट तैयार की गई. जिसके तहत विभागवार और रिक्तिवार सेवा आवंटन किया गया. 66वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा में 689 रिक्तियों के विरुद्ध 685 उम्मीदवारों (25 दिव्याग उम्मीदवारों और 13 स्वतंत्रता सेनानी के आश्रित श्रेणी के उम्मीदवारों सहित) का चयन करते हुए फाइनल रिजल्ट जारी किया गया है.
BPSC टॉपर लिस्ट: वैशाली के रहने वाले सुधीर कुमार पहले टॉपर बने हैं. कुल 689 पदों के लिए आयोजित किए गए इस परीक्षा में 685 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया है. परीक्षा में अमृत्य कुमार आदर्श दूसरे टॉपर बने हैं, जबकि आयुष कृष्णा तीसरे, सदानंद कुमार चौथे स्थान पर हैं. विनय कुमार रंजन पांचवां स्थान प्राप्त किए हैं, वहीं, मोनिका श्रीवास्तव छठी टॉपर, सिद्धांत कुमार सातवें टॉपर, अंकित कुमार सिन्हा आठवीं टॉपर, बृजेश कुमार नवमें टॉपर और नालंदा के अंकित कुमार दसवें टॉपर बने हैं.