पटना: बिहार में अभी भी कई लोग ऐसे हैं, जिन लोगों ने कोरोना टीका का एक भी डोज नहीं लिया है. सरकार इन्हें वैक्सीनेशन के लिए तरह-तरह के प्रयासों के जरिए जागरूक करने का काम कर रही है, लेकिन इसी बीच कई लोग ऐसे हैं जिन्होंने निर्धारित डोज से कई डोज अधिक टीका ले लिया है. बिहार के मधेपुरा के शख्स ब्रह्मदेव मंडल (Madhepura Covid Vaccines 11 Dose) की हमने कहानी हाल ही में देखी है कि उन्होंने 11 बार कोरोना वैक्सीन लिया है और मामला प्रकाश में आने पर किसी अपराधी की तरह पुलिस उन्हें ढूंढते नजर आई.
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इसी बीच रविवार को प्रदेश की कुछ मीडिया में पटना जिला सिविल सर्जन के द्वारा कोरोना टीका के 5 डोज लेने की खबर सामने आई, जिसमें जानकारी थी कि सिविल सर्जन ने दो बार अपने पैन कार्ड AKFPS8XXXX का इस्तेमाल कर कोरोना वैक्सीन की कोविशील्ड वैक्सीन का टीका लिया है. इसके बाद उन्हें बेनिफिशयरी रेफरेंस आईडी 5097711525964 से प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया और प्रमाण पत्र आईडी 87555958611 में वैक्सीनेशन का स्थान गर्दनीबाग हॉस्पिटल और वैक्सीनेटर का नाम सुषमा कुमारी दर्ज है. पैन कार्ड का इस्तेमाल कर सिविल सर्जन ने 28 जनवरी और 17 जून को टीका लिया है.
इसके अलावा आधार कार्ड द्वारा सिविल सर्जन ने 6 फरवरी 2021 को टीका का पहला डोज लगवाया है. आधार नंबर XXXXXXXX6126 से सिविल सर्जन ने 6 फरवरी 2021 को पहला डोज, 12 मार्च 2021 को दूसरा डोज और 13 जनवरी 2022 को प्रिकॉशनरी डोज भी ली है. गौरतलब है कि हर व्यक्ति को वैक्सीनेशन के लिए भारत सरकार की जो गाइडलाइन है, उसे पालन करने का निर्देश है. वैक्सीनेशन के लिए व्यक्ति एक आईडी का इस्तेमाल कर सकता है और अलग-अलग आईडी का इस्तेमाल करना गाइडलाइन का उल्लंघन है.
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ऐसे में इन तमाम खबरों का पटना सिविल सर्जन डॉक्टर विभा कुमारी ने आरोपों का खंडन किया (Doctor Vibha Kumari denied allegations) है. सिविल सर्जन ने कहा है कि उन्होंने अपने आधार नंबर के माध्यम से ही कोरोना टीका के दो निर्धारित डोज और एक प्रिकॉशनरी डोज लिया है. आधार नंबर के अलावा किसी भी अन्य आईडी का इस्तेमाल उनके स्तर से नहीं किया गया है. ऐसे में उनके अन्य आईडी का दुरुपयोग जिस भी स्तर से हुआ है, उसकी पहचान कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
बताते दें कि सिविल सर्जन ने कहा है कि उन्होंने अपने आधार कार्ड से कोरोना टीका के सभी डोज लिए हैं, लेकिन 29 जनवरी 2021 पटना के सभी अखबारों में यह खबर छपी थी कि सिविल सर्जन समेत कई अधिकारियों ने कोरोना टीका का पहला डोज लिया है और सिविल सर्जन के पैन कार्ड से वैक्सीनेशन का स्टेटस देखे तो पता चलता है कि 28 जनवरी को उन्होंने पैन कार्ड से पहला डोज लिया था. वहीं, जहां सिविल सर्जन का कहना है कि उन्होंने सभी टीका आधार कार्ड से लिया है तो आधार कार्ड से सिविल सर्जन ने पहला टीका 6 फरवरी को लिया है.
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