पटना: राजद सुप्रीमो लालू यादव के लिए चारा घोटाला मामले में मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है. मंगलवार को उन्हें डोरंडा कोषागार मामले में दोषी (Lalu Yadav Convicted in Fodder Scam) ठहराते हुए रांची की सीबीआई अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया. इसके ठीक एक दिन बाद यानी 16 फरवरी को चारा घोटाले के भागलपुर और बांका कोषागार से अवैध निकासी के मामले में सुनवाई हुई है. यह मामला पटना सीबीआई की विशेष अदालत में चल रहा है. हालांकि, दिलचस्प बात यह है कि इस मामले के कई आरोपित ट्रायल के दौरान ही मर चुके हैं.
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पशुपालन घोटाला से संबंधित एक मामले में सीबीआई के विशेष न्यायाधीश प्रजेश कुमार सिंह की अदालत में बुधवार को कांड संख्या आरसी 63 (ए)/96 में सुनवाई हुई. जिसके बाद चारा घोटाला मामले में सीबीआई कोर्ट ने निर्देश जारी कर सभी आरोपियों को 25 फरवरी को कोर्ट में पेश (Lalu Court Appearance In Banka Treasury Case) होने को कहा है. बांका-भागलपुर कोषागार से अवैध निकासी मामले में कोर्ट ने लालू, आरके राणा सहित तीन आरोपियों के खिलाफ नोटिस जारी किया है.
मामले में आरोपित पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की ओर से अधिवक्ता सुधीर कुमार सिन्हा ने अदालत में एक आवेदन देकर प्रोडक्शन वारंट जारी करने की मांग की है. इस संबंध में अधिवक्ता सुधीर कुमार सिन्हा ने बताया कि लालू प्रसाद यादव अभी 47 (ए)/96 में बिरसा मुंडा होटवार रांची जेल में हैं. जिस मामले में प्रोडक्शन वारंट जारी करने की मांग की गयी है. यह मामला आरसी 63( ए)/96 से जुड़ा है. यह मामला भागलपुर के बांका कोषागार से 46 लाख रुपये का अवैध निकासी का है. इस मामले में लालू प्रसाद यादव समेत 26 लोगों के खिलाफ इस अदालत में सुनवाई चल रही है.
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