पटनाः राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण पर काबू पाने को लेकर लगाए गए लॉकडाउन का असर रोज कमाने-खाने वाले तबके पर अधिक पड़ रहा है. राजधानी में लाॅकडाउन के कारण ऑटो नहीं चल रहे हैं. ऑटो नहीं चलने के कारण चालकों की रोजी-रोटी पर खतरा मंडरा रहा है. ऐसे में समाज का यह तबका इन दिनों काफी परेशान है. पटना में कई चालक किस्त पर ऑटो लेकर परिवार पालते हैं. ऐसे ऑटो चालकों की परेशानी और बढ़ गई.
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परिवार का पेट भरना मुश्किल
पटना में किस्त पर ऑटो लेकर चलाने वाले अतुल कुमार बताते हैं कि लॉकडाउन के कारण हम अपनी गाड़ी नहीं चला पा रहे हैं. सबसे ज्यादा चिंता इस बात की है कि ऑटो की किस्त कहां से भरेंगे. यहां परिवार का पेट भरना मुश्किल हो गया है.
अतुल कुमार कहते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिक्षित बेरोजागरों को लोन पर ऑटो मुहैया करवाने को लेकर जो मुहिम चलाई थी, निश्चित तौर पर उसका फायदा हम लोगों को हुआ है. अब लॉकडाउन के कारण हमारा काम बंद हो गया है. किस्त की चिंता हो रही है.
सता रही है किस्त भरने की चिंता
अतुल की तरह ही पप्पू कुमार की स्थिति है. पप्पू कहते हैं कि लॉकडाउन के कारण हम लोगों की स्थिति बिगड़ है. कमाई पूरी तरह बंद है. लोन पर ऑटो लिया है. इसकी किस्त चुकाने की चिंता सता रही है.
अशोक नामक के ऑटो चालक की हालत भी अलग नहीं है. उनका कहना है कि सरकार ऑटो चालकों की सहायता करें और बैंक या एजेंसी को तत्काल किस्त नहीं लेने का आदेश दे. अशोक कहते हैं कि दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने ऑटो चालकों को 5 -5 हजार रुपये दिये हैं. बिहार सरकार को भी इस प्रकार का कदम उठाना चाहिए.