पटना: राजधानी पटना के मेडिकल कॉलेज में आयुष्मान भारत योजना के सुदृढ़ क्रियान्वयन के लिए लगातार प्रयास हो रहा है. इसे देखते हुए पीमसीएच के उपाधीक्षक डॉक्टर अरुण अजय को अतिरिक्त प्रभार देते हुए आयुष्मान भारत योजना का नोडल पदाधिकारी बनाया गया है. हाल ही में इस योजना के तहत 8 से 10 मरीज इलाज किया जा रहा हैं.
डॉक्टर अरुण अजय बने आयुष्मान भारत योजना के नोडल पदाधिकारी
आयुष्मान भारत योजना के नोडल पदाधिकारी डॉक्टर अरुण अजय ने बताया कि उनका प्रयास है कि सरकार ने गरीबों के लिए जो योजनाएं लाई है, उसे उन गरीब मरीजों के बीच पहुंचाए जाया. उन्होंने बताया कि इसके लिए उन्होंने बहुत से चरण में सर्वे किया है और आयुष्मान योजना का गरीब मरीजों को लाभ मिले. इसके लिए मरीजों की सहूलियत बढ़ाई गई है. उन्होंने बताया कि जहां ओपीडी में मरीजों का रजिस्ट्रेशन होता है. वहीं, काउंटर पर एक अलग से व्यक्ति बैठे रह रहे हैं जो गरीब मरीजों से यह जानकारी जुटा रहे हैं, उनके पास आयुष्मान भारत का कार्ड है या नहीं.
आयुष्मान भारत योजना कार्ड
डॉ. अरुण अजय ने बताया कि मरीजों के पास आयुष्मान भारत का कार्ड नहीं है तो आधार कार्ड या फिर उनका राशन कार्ड होना चाहिए. जिसके माध्यम से कर्मी कंप्यूटर से यह पता लगा सके कि मरीज का आयुष्मान भारत योजना में नाम है या नहीं. मरीजों के नाम आयुष्मान भारत योजना में नाम दर्ज होता है तो बीएचटी पर एक मुहर लग जाती है. उन्होंने बताया कि मुहर में सबसे पहले लिखा होता है आयुष्मान भारत, बीमारी का कोड, उसके बाद मोड ऑफ ट्रीटमेंट है. उन्होंने कहा कि जिस भी मरीज का आयुष्मान भारत के लिए नाम होगा, इस योजना के तहत इलाज होगा.
डॉ. अरुण ने बताया कि अक्टूबर महीने से पीएमसीएच में आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रतिदिन 8 से 10 मरीजों का उपचार हो रहा है और उनका लक्ष्य है कि पीएमसीएच में प्रतिदिन 35 से 40 मरीजों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ मिल सकेगा.