पटना (पालीगंज): राजधानी पटना से लगभग 60 किलोमीटर की दूर पटना-औरंगाबाद SH 2 पथ से सटे अनुमंडल अस्पताल पालीगंज में मरीज जमा पानी और कचड़े की बदबू से परेशान हैं. अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के कारण समुचित देखभाल के अभाव में अस्पताल परिसर में गंदगी का अंबार लगा रहता है. वहीं मरीजों को समय पर आवश्यक सुविधा भी नहीं मिल पाती है. जिसके कारण कई बार आक्रोशित मरीजों के परिजनों ने अस्पताल में तोड़फोड़ की है.
बता दें की पालीगंज में कोरोना संक्रमण विस्फोट के बाद पालीगंज अनुमंडल अस्पताल काफी चर्चा में कुछ दिनों तक रहा. लोगो को कुछ उमीद जगी थी की अब सरकार की तरफ से अस्पताल की जर्जर व्यवस्था में सुधार किया जाएगा. पालीगंज में जनप्रतिनिधि से लेकर समाजसेवी भी कई बार विभाग से अवगत करा चुके है.
शिकायत के बाद भी नहीं हुई कोई कार्रवाई
नाम न छापने के आग्रह के बाद अस्पतालकर्मी ने बताया की अस्पताल में काफी अराजकता है. किसी कर्मी को कोरोना संक्रमण से बचने के लिए कोई समान उपलब्ध कराया नहीं गया है. वहीं उन्होंने बताया की कोई स्वास्थ्यकर्मी अगर किसी बात की उपाधीक्षक से शिकायत करते हैं तो उन्हें विभागीय करवाई कराने का धमकी दी जाती है. अस्पताल में अनियमितता की शिकायत लोगों ने कई बार की. लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई.
अनुमंडल पदाधिकारी ने कचड़ा जमा होने पर साधी चुपी
वहीं अस्पताल में कोरोना संक्रमण की जांच किया जा रही है. उसी परिसर में पोस्टमार्टम भी किया जाता है. पालीगंज अनुमंडल पदाधिकारी सुरेंद्र कुमार से अस्पताल परिसर में कचड़ा और पानी जमाव जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि यह सामान्य प्रक्रिया है. जमीन नीचा होने के कारण पानी का जमाव होता है. लेकिन वहीं कचड़ा जमा होने पर उन्होंने चुपी साध ली. उन्होंने प्रखंड स्वास्थ्य प्रबन्धक को पानी का निकासी कराने सहित ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराने का निर्देश दिया.