पटना: प्रदेशभर के जूनियर डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर लगातार अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बने हुए है. ऐसे में पटना के पीएमसीएच अस्पताल में इलाज की व्यवस्था बद से बदतर होती जा रही है. अस्पताल में मरीजों को जबरन डिस्चार्ज किया जा रहा है. डॉक्टरों की कमी के वजह से इलाज करने में अस्पताल की अक्षम व्यवस्था को बताया जा रहा है.
सारण से आए मरीज का दर्द
हरबंस सिंह सारण से इलाज के लिए पीएमसीएच में भर्ती हुए. मरीज के बाएं पैर में इंफेक्शन हो गया है. घाव काफी गंभीर होने की वजह से संक्रमण बढ़ता जा रहा है. मरीज के परिजनों का कहना है कि वार्ड में राउंड पर डॉक्टर साहब नहीं आते, यही नहीं उनकी मरहम पट्टी भी नहीं की जा रही है.
मेरे पिता के बाएं पैर में इंफेक्शन हो गया है. घाव काफी गंभीर हो गया है. पैर से तेज दुर्गंध भी आ रही है और वह मरहम पट्टी कराकर पीएमसीएच में दिखाने आए थे. लेकिन डॉक्टरों ने यहां नहीं देखा. उन्होंने कहा कि अस्पताल में तीन दिन से पैर की ड्रेसिंग तक नहीं हुई है. इसके वजह से वह अपने पिता को किसी निजी अस्पताल में बेहतर इलाज के लिए ले जा रहे हैं- बिकेश कुमार, मरीज के परिजन
स्ट्राइक के कारण खराब हुई अस्पताल की व्यवस्था
रामविलास राय पीएमसीएच के मेडिसिन वार्ड में एडमिट हुए. लेकिन जूनियर डॉक्टर के स्ट्राइक के कारण अस्पताल में इलाज की व्यवस्था खराब हो गई है. स्ट्राइक के कारण एक भी डॉक्टर अस्पताल नहीं आ रहे है.
''मैं पीएमसीएच अस्पताल में सर्जरी कराने आया हूं. लेकिन डॉक्टर के न होने से अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया है. अब हड़ताल के बाद पीएमसीएच आकर अपना सर्जरी कराएंगे.'' -रामविलास राय, मरीज
डॉक्टर के अनुपस्थिति में मरीज की मौत
पीएमसीएच में टाटा वार्ड के पास बाहर पड़े मृतक के परिजन ने बताया कि डॉक्टर के न आने से पिंटू आलम की तबीयत ज्यादा बिगड़ जाने के कारण मौत हो गई.
''पिंटू आलम की ठंड लगने के कारण तबीयत बिगड़ गई थी. वह पहले से न्यूरो का पेशेंट थे. रविवार के दिन तबीयत बिगड़ने पर जहानाबाद से पीएमसीएच के टाटा वार्ड में एडमिट किया गया. पिंटू रात भर बुखार से तड़पता रहा लेकिन कोई डॉक्टर देखने नहीं आया. वहीं सोमवार की सुबह 7:30 बजे पिंटू की मौत हो गई.'' -गुड्डू कुमार, मृतक के परिजन
ईटीवी भारत के खबर का हुआ असर
रविवार को ईटीवी भारत ने पीएमसीएच के सर्जिकल इमरजेंसी की खबर चलाई थी कि कैसे अस्पताल के आईसीयू में पिछले 5 दिनों से डॉक्टर मरीज को देखने के लिए नहीं गए हैं. ऐसे में खबर का असर हुआ है और सोमवार के दिन डॉक्टरों ने वार्ड का राउंड लगाना शुरू किया है. हालांकि इस दौरान डॉ मरीज को जबरन अस्पताल से डिस्चार्ज कर रहे हैं.
बच्चे को किया जबरन डिस्चार्ज
अस्पताल के आईसीयू में एडमिट बक्सर जिले के 10 साल के बच्चे की रीड की हड्डी में सूजन है. डॉक्टरों ने अब ऑपरेशन की बात कही है. बीते मंगलवार को ऑपरेशन का डेट था मगर जूनियर डॉक्टरों के स्ट्राइक शुरू हो जाने की वजह से उस दिन नहीं हो पाया.
''अस्पताल से डॉक्टर जबरन बच्चे को डिस्चार्ज कर रहे हैं. डॉक्टर बता रहे है कि स्ट्राइक टूटेगा फिर दोबारा ऑपरेशन का डेट मिलेगा.'' -पिंटू साह, बच्चे के पिता
ऑपरेशन का डेट बढ़ाया आगे
गोपालगंज के ललन साह अपनी मां का ऑपेरशन कराने के लिए भर्ती कराए थे. सोमवार को ऑपेरशन का डेट दिया गया था. लेकिन स्ट्राइक के कारण ऑपरेशन नहीं हो पाया.
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'मां का कुल्हा टूट गया है जिसके लिए ऑपरेशन होना है. सोमवार के दिन ऑपरेशन का डेट था. लेकिन अब ऑपरेशन का डेट आगे बढ़ा दिया गया है. इसके साथ ही बोला गया है कि डॉक्टरों का स्ट्राइक टूटेगा तब ऑपरेशन होगा.'' -ललन साह, मरीज के परिजन
नाजुक हालत में अस्पताल से किया जा रहा डिस्चार्ज
आनंदी मिस्त्री आईसीयू वार्ड में भर्ती है. इनके पैर का ऑपरेशन होना है लेकिन डॉक्टर के स्ट्राइक के कारण ऑपरेशन नहीं हो पाया.
''मेरा पैर टूट गया है और सर्जरी होना है. टेंपररी प्लास्टर करके छोड़ दिया गया है. ऐसे हालत में अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा रहा है. इसके साथ ही हड़ताल टूटने के बाद आने को कहा जा रहा है. डॉक्टर कुछ दिनों की दवा लिख दिए है और हड़ताल बाद ही ऑपरेशन के लिए आने को कह रहे है.'' -आनंदी मिस्त्री, मरीज