पटना: क्या बिहार में कोरोना से मौत के आंकड़ों को छुपाया जा रहा है? यह सवाल इसलिए क्योंकि सरकारी आंकड़े और श्मशान पहुंच रहे शवों की संख्या में गंभीर विसंगतियां हैं. जानकारी के अनुसार राजधानी पटना में अकेले बांस घाट पर मंगलवार को शाम 5 बजे तक 56 शवों का दाह संस्कार किया गया. इधर, पप्पू यादव ने भी बिहार सरकार पर कोरोना से हुई मौत के आंकड़े छिपाने का आरोप लगाया है.
पटना के श्मशान घाटों पर स्थिति यह है कि यहां मृतकों के परिजनों को दाह संस्कार के लिए चार से पांच घंटे इंतजार करना पड़ रहा है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार की शाम 5:00 बजे तक पटना के बांस घाट पर कुल 56 शवों को जलाया जा चुका था, जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने कोरोना से लोगों की मौत के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है.
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जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने कहा कि जब उन्होंने श्मशान में जलने वाले संक्रमित मरीजों के आंकड़ों के बारे में पता किया तो औसतन दर 60 से 70 रही. लेकिन शमशान घाटों के सरकारी आंकड़े 22 से 25 लोगों की कोरोना से मौत होने की पुष्टि करता है. सरकार ने श्मशान को सजा रखा है. अस्पतालों में डॉक्टर के बदले जल्लाद बैठे हैं और खुद सरकारी महकमों के बाबू एसी वाले कमरे में आराम फरमा रहे हैं.