पटनाः देश के जाने-माने गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह का निधन गुरूवार को पटना के पीएमसीएच में इलाज के दौरान हो गया. डॉक्टरों ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया. उसके बाद वशिष्ठ नारायण सिंह के पार्थिव शरीर को पटना के अशोक राजपथ स्थित कुलहरिया पैलेस में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया. जहां कई नेताओं और प्रशंसकों ने उनका आखिरी दर्शन किया. वहीं, वशिष्ठ नारायण सिंह के अंतिम दर्शन के दौरान जदयू नेताओं और जाप नेताओं में नोकझोंक हो गई.
पप्पू यादव ने किया पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण
दरअसल, कुलड़िया पैलेस में महान गणितज्ञ स्वर्गीय वशिष्ठ नारायण सिंह के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है. जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी पहुंच कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. मुख्यमंत्री के आने से पहले जाप प्रमुख पप्पू यादव ने वशिष्ठ नारायण सिंह के पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी.
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मुख्यमंत्री के आने से पहले हुआ हंगामा
इस दौरान पप्पू यादव और उनके समर्थक जदयू नेता छोटू सिंह और बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय सिंह से उलझते नजर आए. पप्पू यादव और उनके समर्थक इस बात से नाराज थे कि वशिष्ठ नारायण सिंह के मरने के बाद भी अस्पताल में उनके शव का अनादर किया गया. उनके परिजन 2 घंटे तक शव को लेकर खड़े रहे. उन्हें एंबुलेंस तक नसीब नहीं हुआ.
'जब तक जिंदा रहे बिहार सरकार ने की उपेक्षा'
पप्पू यादव ने आरोप लगाया कि देश के जाने-माने गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह जब तक जिंदा रहे बिहार सरकार ने उनकी उपेक्षा ही की और आज उनके मरने के बाद भी अस्पताल प्रशासन ने अनादर किया. जिस कारण उनके परिजनों को 2 घंटे तक अस्पताल परिसर के बाहर उनके शव को लेकर खड़ा रहना पड़ा. इस बात से भड़के जेडीयू नेता छोटू सिंह ने जैसे ही पप्पू यादव के आरोपों का खंडन किया तो दोनों ओर मौजूद समर्थक आपस में भिड़ गए.
'बिहार सरकार पर जमकर साधा निशाना'
हालांकि मौके पर मौजूद पप्पू यादव और छोटू सिंह ने स्थिति को संभालते हुए अपने समर्थकों को हंगामा करने से रोका. इस दौरान पप्पू यादव ने बिहार सरकार पर जमकर निशाना साधा और वशिष्ठ नारायण सिंह के मौत का जिम्मेदार बिहार सरकार को बताया.