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Bihar Politics: 'जहां अमित शाह की रैली.. वहीं पर क्यों हुए दंगे?' BJP पर पप्पू यादव ने उठाए सवाल - पप्पू यादव ने बीजेपी से किया सवाल

बिहार के नालंदा और सासाराम में हुई हिंसा पर सियासी बयानबाजी तेज हो गई हैं. इसी कड़ी में जाप प्रमुख पप्पू यादव ने भी बीजेपी पर सवाल उठाए हैं. रविवार को पटना में प्रेस कान्फ्रेंस आयोजित कर उन्होंने कहा कि आखिर वहीं दंगे क्यों हुए, जहां अमित शाह की रैली होनी थी. पढ़ें पूरी खबर..

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Published : Apr 2, 2023, 6:18 PM IST

जाप चीफ पप्पू यादव का बीजेपी पर हमला

पटना: बिहार की राजधानी पटना में जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने बिहार में रामनवमी के बाद से विभिन्न इलाकों में हुई हिंसा की घटनाओं पर बीजेपी नेताओं पर सवाल उठाए हैं. रविवार को उन्होंने प्रेस वार्ता कर कहा कि गिरिराज सिंह जैसे नेता हिंदू मुस्लिम की राजनीति करते हैं और रामनवमी के बाद हिंसा उन्हीं जगहों पर क्यों हुए, जहां अमित शाह की रैली होनी थी.

ये भी पढ़ेंः Sasaram Violence : 'सासाराम में धारा 144 की बात गलत.. कार्यक्रम करने की अमित शाह की हिम्मत नहीं हुई', JDU का हमला

मुस्लिम बहुल इलाकों में क्यों नहीं दंगे हुएः पप्पू यादव ने कहा कि किशनगंज, अररिया, कटिहार, पूर्णिया के इलाके में मुस्लिमों की आबादी 60% से अधिक है, लेकिन इन इलाकों में कोई दंगे नहीं हुए. लेकिन जहां अमित शाह की रैली होनी है वहीं आसपास दंगे हुए. पप्पू यादव ने कहा कि यह घटना पूरी तरह से प्रशासनिक विफलता है. उन्होंने यह तमाम बातें मंदिरी स्थित अपने आवास पर प्रेस वार्ता के दौरान कही और इससे पहले बेगूसराय के कई पंचायत प्रतिनिधियों ने जन अधिकार पार्टी की सदस्यता भी ली.

"गिरिराज सिंह जैसे नेता हिंदू मुस्लिम की राजनीति करते हैं और रामनवमी के बाद हिंसा उन्हीं जगहों पर क्यों होंगे जहां अमित शाह की रैली होनी है. किशनगंज, अररिया, कटिहार, पूर्णिया के इलाके में मुस्लिमों की आबादी 60% से अधिक है, लेकिन इन इलाकों में कोई दंगे नहीं हुए. लेकिन जहां अमित शाह की रैली होनी है वहीं आसपास दंगे हुए. यह घटना पूरी तरह से प्रशासनिक विफलता है"- पप्पू यादव, जाप सुप्रीमो

बीजेपी नेताओं का काॅल ट्रेस हो: पप्पू यादव ने कहा कि सासाराम के इलाके में रामनवमी से पहले अमित शाह की रैली की तैयारी को लेकर बीजेपी के जो बड़े नेता पहुंचे हुए थे. उनका कॉल ट्रेस होना चाहिए. बीजेपी, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के नेताओं की बातचीत का पता लगाना चाहिए. क्योंकि उनकी समझ से यही लोग दंगा भड़काने की साजिश में शामिल हैं. उन्होंने कहा कि भगवान राम प्रेम और भाईचारा का संदेश देते हैं लेकिन रामनवमी के पर्व के बाद जिस तरह से दंगे हो रहे हैं उसकी वह हाईकोर्ट के उच्च स्तरीय कमेटी से जांच चाहते हैं.


यहां का सिस्टम नीतीश कुमार के विचार पर नहीं चल रहा: पप्पू यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए यह बहुत ही शर्म की बात होनी चाहिए कि बिहार शरीफ नवादा नालंदा जैसे उनके गृह जिले और आसपास के इलाके में इस प्रकार की घटनाएं हुई हैं. रामनवमी के 3 दिन बाद तक बम फोड़े जा रहे हैं. ऐसे में वह चाहते हैं कि नीतीश कुमार अपने उच्चस्तरीय इंटेलिजेंस टीम से इसकी जांच कराएं. पप्पू यादव ने कहा कि यह घटना हमारे सिस्टम का दोष है और यह सिस्टम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विचारों पर नहीं चल रहा है. वह इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच के बाद दोषियों पर स्पीडी ट्रायल चलाकर सजा तय करने की मांग करते हैं.

जाप चीफ पप्पू यादव का बीजेपी पर हमला

पटना: बिहार की राजधानी पटना में जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने बिहार में रामनवमी के बाद से विभिन्न इलाकों में हुई हिंसा की घटनाओं पर बीजेपी नेताओं पर सवाल उठाए हैं. रविवार को उन्होंने प्रेस वार्ता कर कहा कि गिरिराज सिंह जैसे नेता हिंदू मुस्लिम की राजनीति करते हैं और रामनवमी के बाद हिंसा उन्हीं जगहों पर क्यों हुए, जहां अमित शाह की रैली होनी थी.

ये भी पढ़ेंः Sasaram Violence : 'सासाराम में धारा 144 की बात गलत.. कार्यक्रम करने की अमित शाह की हिम्मत नहीं हुई', JDU का हमला

मुस्लिम बहुल इलाकों में क्यों नहीं दंगे हुएः पप्पू यादव ने कहा कि किशनगंज, अररिया, कटिहार, पूर्णिया के इलाके में मुस्लिमों की आबादी 60% से अधिक है, लेकिन इन इलाकों में कोई दंगे नहीं हुए. लेकिन जहां अमित शाह की रैली होनी है वहीं आसपास दंगे हुए. पप्पू यादव ने कहा कि यह घटना पूरी तरह से प्रशासनिक विफलता है. उन्होंने यह तमाम बातें मंदिरी स्थित अपने आवास पर प्रेस वार्ता के दौरान कही और इससे पहले बेगूसराय के कई पंचायत प्रतिनिधियों ने जन अधिकार पार्टी की सदस्यता भी ली.

"गिरिराज सिंह जैसे नेता हिंदू मुस्लिम की राजनीति करते हैं और रामनवमी के बाद हिंसा उन्हीं जगहों पर क्यों होंगे जहां अमित शाह की रैली होनी है. किशनगंज, अररिया, कटिहार, पूर्णिया के इलाके में मुस्लिमों की आबादी 60% से अधिक है, लेकिन इन इलाकों में कोई दंगे नहीं हुए. लेकिन जहां अमित शाह की रैली होनी है वहीं आसपास दंगे हुए. यह घटना पूरी तरह से प्रशासनिक विफलता है"- पप्पू यादव, जाप सुप्रीमो

बीजेपी नेताओं का काॅल ट्रेस हो: पप्पू यादव ने कहा कि सासाराम के इलाके में रामनवमी से पहले अमित शाह की रैली की तैयारी को लेकर बीजेपी के जो बड़े नेता पहुंचे हुए थे. उनका कॉल ट्रेस होना चाहिए. बीजेपी, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के नेताओं की बातचीत का पता लगाना चाहिए. क्योंकि उनकी समझ से यही लोग दंगा भड़काने की साजिश में शामिल हैं. उन्होंने कहा कि भगवान राम प्रेम और भाईचारा का संदेश देते हैं लेकिन रामनवमी के पर्व के बाद जिस तरह से दंगे हो रहे हैं उसकी वह हाईकोर्ट के उच्च स्तरीय कमेटी से जांच चाहते हैं.


यहां का सिस्टम नीतीश कुमार के विचार पर नहीं चल रहा: पप्पू यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए यह बहुत ही शर्म की बात होनी चाहिए कि बिहार शरीफ नवादा नालंदा जैसे उनके गृह जिले और आसपास के इलाके में इस प्रकार की घटनाएं हुई हैं. रामनवमी के 3 दिन बाद तक बम फोड़े जा रहे हैं. ऐसे में वह चाहते हैं कि नीतीश कुमार अपने उच्चस्तरीय इंटेलिजेंस टीम से इसकी जांच कराएं. पप्पू यादव ने कहा कि यह घटना हमारे सिस्टम का दोष है और यह सिस्टम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विचारों पर नहीं चल रहा है. वह इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच के बाद दोषियों पर स्पीडी ट्रायल चलाकर सजा तय करने की मांग करते हैं.

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